'इलेक्ट्रिक बस टेंडर भरने की मियाद खत्म होने से कुछ देर पहले बदली गई कंडीशन', BJP का BMC पर गंभीर आरोप
BMC Electric Buses Tender: बीजेपी विधायक अमित साटम का आरोप है कि पहले से तय की गई कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए यह सब कुछ अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर शिवसेना ने किया है.
BJP MLA Ameet Satam on BMC: बीजेपी विधायक अमित साटम ने बीएमसी (BMC) पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि विदेशी कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए टेंडर भरने की मियाद खत्म होने के समय से पहले कंडीशन बदली गई. मुंबई महानगर पालिका ने बेस्ट के माध्यम से मुंबई में नई इलेक्ट्रिक बस के लिए टेंडर जारी किए थे. आरोपों के मुताबिक टेंडर भरने की मियाद 25 अप्रैल शाम 5 बजे तक थी लेकिन दोपहर 3:35 मिनट पर यानी कि टेंडर भरने की मियाद खत्म होने से 85 मिनट पहले टेंडर की कंडीशन में बिना किसी एक्सटेंशन के बदलाव किया गया.
बीजेपी विधायक अमित साटम का बीएमसी पर गंभीर आरोप
बीजेपी विधायक अमित साटम ने इसके लिए शिवसेना पर आरोप लगाए हैं. उनका दावा है कि पहले से तय की गई कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए यह सब कुछ अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर शिवसेना ने किया है. सेंट्रल विजिलेंस कमिश्नर की गाइड लाइन के अनुसार टेंडर में अगर आखिरी समय में कोई बदलाव होता है तो उसके लिए कम से कम 7 दिन ठेके के लिए बोली लगाने वाली कंपनियों को दिए जाने चाहिए.
सीवीसी से टेंडर में गड़बड़ी की जांच की मांग
बीजेपी का आरोप है कि बीएमसी की ओर से जारी किए इस टेंडर में सीवीसी की गाइडलाइंस का उल्लंघन होता दिख रहा है. बीजेपी विधायक अमित साटम ने सीवीसी को पत्र लिखकर बीएमसी के टेंडर में हुई गड़बड़ी को लेकर जांच की मांग की है. साटम का आरोप है कि पिछले दिनों महाराष्ट्र सरकार के एक मंत्री ने UK में इलेक्ट्रिक बस बनाने वाली कंपनी के साथ मीटिंग की थी. सवाल यह है कि क्या यह सब कुछ इन कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए जानबूझकर किया गया.
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