Article 370 Jammu Kashmir: 'जिन्हें इतिहास नहीं पता, वो...', जम्मू कश्मीर का जिक्र कर स्मृति ईरानी ने किसको सुना दिया
Smriti Irani Statement: स्मृति ईरानी ने जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस की गठबंधन सरकार की ओर से आर्टिकल 370 की बहाली की मांग को लेकर सदन में लाए गए बिल को लेकर हंगामा किया.
Smriti Iran Attack Congress and Rahul Gandhi: भारतीय जनता पार्टी (BJP) की वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद स्मृति ईरानी ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला है. जम्मू कश्मीर में आर्टिकल 370 बहाल करने को लेकर मचे हंगामे के मुद्दे पर उन्होंने कांग्रेस के नेताओं पर कई गंभीर आरोप भी लगाए.
स्मृति ईरानी ने गुरुवार (7 नवंबर 2024) को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “INDI अलायंस के नेता यूं तो भारत के संविधान की कसम खाते हैं, लेकिन इन्होंने जम्मू कश्मीर में इसकी धज्जियां उड़ाई हैं. कांग्रेस ने जो कल जम्मू कश्मीर में किया उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. कल जो जम्मू कश्मीर में हुआ उसका अधिकार देश में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस को किसने दिया.”
'देश तोड़ने का किया जा रहा प्रयास'
उन्होंने आगे कहा कि ये हर हिंदुस्तानी को ज्ञात है कि 370 हटने के बाद आतंकवादी घटनाओं में 70 फीसदी की कमी आई है. कल कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने संसद की ओर से पारित निर्णय को बदलने और देश को तोड़ने का जो प्रयास किया, उसे देश की जनता कभी नहीं मानेगी. उन्होंने कहा, “जम्मू कश्मीर के ट्राइबल को जो अधिकार मिले हैं, उसे समाप्त करने की कोशिश कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस कर रही है.”
'अपनी तिजोरी भरने के लिए काम करते हैं इंडी अलायंस वाले'
स्मृति ईरानी यहीं नहीं रुकीं. उन्होंने आगे कहा कि युवाओं के अधिकार, महिलाओं के अधिकार समाप्त करने का जो प्रयास जम्मू कश्मीर की सरकार कर रही है, इसके लिए कांग्रेस को जवाब देना होगा... कांग्रेस नेतृत्व को जवाब देना होगा. इंडी अलायंस के नेता आवाम के लिए नहीं अपनी तिजोरी भरने के लिए काम करते हैं.
यासीन मलिक की चिट्ठी का जिक्र कर राहुल पर हमला
यासीन मलिक की पत्नी की चिट्ठी पर स्मृति ईरानी ने कहा, “राहुल गांधी से क्यों मदद मांगी जा रही है? उन्हें ये नहीं मालूम कि देश में बिरसा मुंडा ने क्या किया. उन्हें ये नहीं मालूम शिवाजी ने क्या किया, उन्हें ये नहीं मालूम रानी लक्ष्मी बाई ने क्या किया? आज वो आर्टिकल लिख रहे हैं कि राजा महाराज ईस्ट इंडिया के सामने साइलेंट थे. जिन्होंने पॉलिटिक्स को प्राइवेट फैमिली का मुद्दा बना दिया वो आज ईस्ट इंडिया कंपनी की बात कर रहे हैं.”
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