Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर उत्तर प्रदेश में सियासी बिसात बिछाई जाने लगी है. इंडिया गठबंधन में शामिल समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच बुधवार (21 फरवरी) को गठबंधन तय हो गया है. इस बीच बुधवार की देर शाम बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह और मंत्री जेपीएस राठौर कुंडा के विधायक रघुराजप्रताप सिंह राजा भैया से मिलने पहुंचे. ये मुलाकात यूपी की राज्यसभा सीटों के लिए होने वाली वोटिंग के लिए हुई है.


बीजेपी कुंडा के विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया को अपने पाले में लाने के लिए हरसंभव प्रयास करने में जुटी हुई है. दरअसल, राजा भैया पहले बीजेपी से गठबंधन की फिराक में थे. कुंडा विधायक लोकसभा चुनाव 2024 के लिए प्रतापगढ़ और कौशांबी की दो सीटें मांग रहे थे. वहीं, बीजेपी अपने चुनाव चिन्ह पर प्रत्याशी उतारने की शर्त पर केवल कौशांबी की सीट देने को तैयार थी. इस पर बात नहीं बन सकी थी.


एक दिन पहले ही राजा भैया से मिले थे सपा के नेता
इस बीच राजा भैया ने अपने करीबी साथी रहे अरविंद सिंह गोप के जरिए सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के पास संदेश भेजा. अरविंद सिंह गोप के मनाने और समझाने के बाद अखिलेश तैयार हुए. इसके बाद उन्होंने सपा के प्रदेश अध्यक्ष को राजा भैया से बातचीत के लिए भेजा. इस बातचीत में तय हुआ कि रघुराज प्रताप सिंह राज्यसभा चुनाव में सपा का समर्थन करेंगे और बदले में उन्हें गठबंधन के तहत दो सीटें दी जाएंगी.


राज्यसभा चुनाव को लेकर बिछ रही सियासी बिसात
दरअसल, बीजेपी के चुनाव संयोजक ये मानकर चल रहे थे कि राजा भैया और अन्य समीकरण से वो संजय सेठ को राज्यसभा चुनाव में जिता लेंगे. यही आश्वासन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को भी दिया गया था. उसके बाद नामांकन से एक दिन पहले संजय सेठ के नाम पर मुहर लगी.


सीएम योगी से लेकर भूपेंद्र सिंह तक कर रहे राजा भैया से मुलाकात 
बताया जा रहा है कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी बुधवार की शाम को रघुराज प्रताप सिंह की मुलाकात हुई थी. 20 फरवरी को सपा के प्रदेश अध्यक्ष राजा भैया के पास पहुंचे थे. इसके बाद रघुराज प्रताप सिंह ने 20 सालों के समाजवादी पार्टी से अपने संबंधों को लेकर बयान जारी किया था. गौरतलब है कि बीजेपी के लिए यूपी की 8वीं राज्यसभा सीट का चुनाव बेहद दिलचस्प होता जा रहा है. 


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