बाराबंकी: यूपी के बाराबंकी में बीजेपी नेता रंजीत बहादुर श्रीवास्तव निकाय चुनाव में अपनी पत्नी के लिए वोट मांग रहे थे लेकिन उनके बोल ऐसे बिगड़े कि वो सारी मर्यादाएं भूल गए. वोट के लिए धमकी देने से भी बाज नहीं आए.


रंजीत बहादुर ने मंच से पत्नी के लिए वोट मांगते हुए कहा, "'भारतीय जनता पार्टी का शासनकाल है. जो कष्ट तुमको नहीं देखने पड़े थे, वो कष्ट तुमको उठाने पड़ सकते हैं. इसलिए मैं मुसलमानों से कह रहा हूं कि वोट दे देना. मैं भीख नहीं मांग रहा हूं. अगर वोट दे दोगे तो सुखी रहोगे, अगर वोट नहीं दोगे तो जो कष्ट उठाने पड़ेंगे उसका तुम्हें अंदाजा भी नहीं है.''


जिस वक्त रंजीत बहादुर ऐसे भड़काऊ बयान दे रहे थे उस वक्त मंच पर यूपी सरकार के दो-दो दारा सिंह चौहान और रमापति शास्त्री मंत्री मौजूद थे. इन दोनों मंत्रियों के सामने ही रंजीत ने बहादुरी से अपना बयान दिया.


हद तो तब हो गई जब वीडियो वायरल होने और बयान की चारों तरफ निंदा होने पर रंजीत बहादुर से उनके बयान के बारे में पूछा गया तो जनाब सफाई के नाम पर भी उसी राग में गाते दिखे. अपनी सफाई में रंजीत बहादुर ने कहा, ''आपको यह समझना चाहिए कि नफरत की इस दीवार को तोड़ने की पहल कर देनी चाहिए अगर नहीं करोगे तो ये पाकिस्तान नहीं है. यहां हिन्दू नहीं पछताएगा आखिर में मुसलमानों को ही पछताना पड़ेगा. अगर इसे कोई धमकी कह रहा है तो तो मैं ये धमकी एक बार नहीं दो हजार बार देने को तैयार हूं."


रंजीत बहादुर यहीं नहीं रुके, चुनाव से जनता का सेवक होने का दावा करने वाले नेताओं की सोच चुनाव बाद कैसे बदलती है उसकी बानगी उनके अगले बयान में दिख गई. रंजीत बहादुर ने कहा, "मैं इनके वोट का नहीं बल्कि ये मेरे काम के मोहताज हैं. ये हजार बार मेरे दरवाजे पर शर्मिंदा होकर काम के लिए आते रहे हैं."