BJP On Udupi Video Case: कर्नाटक के उडुपी पैरामेडिकल कॉलेज के शौचालय में छात्रा का वीडियो बनाए जाने के मामले में बीजेपी सिद्धारमैया सरकार के खिलाफ हमलावर है. बीजेपी नेता सीटी रवि ने घटना को लेकर कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर पर हमला बोला. 


उन्होंने यहां तक कहा कि कर्नाटक में यह सरकार (सिद्धारमैया के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार) आने के बाद से टुकड़े-टुकड़े गैंग एक्टिव है. साथ ही सवाल किया कि कर्नाटक के गृह मंत्री मुद्दे को छोटा कैसे बता सकते हैं.


क्या कुछ कहा सीटी रवि ने? 


न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में सीटी रवि ने कहा, ''इस सरकार (कर्नाटक सरकार) के आने के बाद टुकड़े गैंग ऐसा कह सकती है, वो लोग बहुत उम्मीद में हैं, एक्टिव हैं, ...दो विषय के बारे में हम बोलना चाहते हैं, एक (कर्नाटक के) गृह मंत्री जी का स्टेटमेंट उडुपी इश्यू के बारे में, गृह मंत्री ने कहा कि छोटा मुद्दा है. छोटा मुद्दा हो सकता है क्या? वॉशरूम में रिकॉर्ड करना छोटा मुद्दा, वो ऐसे बोल सकते हैं क्या, समझ सकते हैं क्या?''






कर्नाटक के गृह मंत्री ने घटना के बारे में क्या कहा?


न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, शुक्रवार (28 जुलाई) को कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने संवाददाताओं से कहा कि राज्य सरकार उडुपी कॉलेज के शौचालय में वीडियो बनाने की घटना को हल्के में नहीं ले रही और उचित कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने विरोधी दल पर उनके बयान की अलग-अलग तरीके से और अनुचित व्याख्या करने का आरोप लगाया. 


जी परमेश्वर ने बेंगलुरु में मीडिया से कहा, ''हमारी एक जिम्मेदारी है. हम या जिसके पास सरकार चलाने की जिम्मेदारी है, इस घटना को हल्के में नहीं लेंगे. हमारी जिम्मेदारी है, लेकिन बीजेपी नेता इसकी अलग-अलग तरह से व्याख्या कर रहे हैं, जो उचित नहीं लगता.''


क्या है मामला?


कर्नाटक के उडुपी जिले स्थित एक पैरामेडिकल कॉलेज में करीब डेढ़ हफ्त पहले शौचालय में सहपाठी का वीडियो बनाने के आरोप में तीन छात्राओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. तीनों आरोपी लड़कियों को 28 जुलाई को जमानत दे दी गई, जबकि बीजेपी कार्यकर्ता शकुंतला एचएस को मुख्यमंत्री सिद्धारमैया पर निशाना साधने वाले ट्वीट के लिए गिरफ्तार किया गया.


घटना को सांप्रदायिक रंग भी दिया गया है. बीजेपी की ओर के शुक्रवार को तीनों आरोपियों के खिलाफ उडुपी में विरोध प्रदर्शन भी किया गया और मार्च निकाला गया. बीजेपी ने मामले की जांच एनआईए से कराने की मांग की है. कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा कि बीजेपी एक छोटी सी घटना पर तुच्छ राजनीति कर रही है. 


वहीं, पूर्व सीएम बसवराज बोम्मई ने कहा कि अगर वह छोटा मामला था तो एफआईआर क्यों दर्ज की गई और आरोपियों के इकबालिया पत्र का क्या हुआ? उन्हें निलंबित क्यों किया गया?


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