CT Ravi On Siddaramaiah: 'बिना प्राण वाला शरीर', बीजेपी महासचिव ने कांग्रेस नेता सिद्धारमैया के हिंदुत्व वाले बयान पर किया पलटवार
BJP के राष्ट्रीय महासचिव सीटी रवि और कांग्रेस नेता सिद्धारमैया के बीच हिंदू और हिंदुत्व पर बहस छिड़ी हुई है. सीटी रवि ने अब पूर्व मुख्यमंत्री पर तीखा हमला बोला है.
C T Ravi On Siddaramaiah: बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव सीटी रवि (C T Ravi) ने एक बार फिर हिंदुत्व पर की गई टिप्पणियों के लिए कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया (Former CM Siddaramaiah) पर निशाना साधा है. सिद्धारमैया के बयान पर पलटवार करते हुए बीजेपी नेता सीटी रवि ने उनकी तुलना 'बिना प्राण वाले शरीर' से कर दी. बीते दिनों सिद्धारमैया ने कहा था कि वो एक हिंदू हैं, लेकिन हिंदुत्व के खिलाफ हैं.
सिद्धारमैया को निशाने पर लेते हुए सीटी रवि ने कहा, 'अब हाल ही में उन्होंने कहा है कि हिंदुत्व हिंदू से अलग है. सिद्धारमैया, आप समय-समय पर अपना चरित्र बदलते हैं. आप हिंदू और हिंदुत्व के बीच के अंतर को नहीं जानते होंगे. मैं आपको बताऊंगा, हिंदू का मतलब शरीर और हिंदुत्व का मतलब जीवन है. अगर आप शरीर को स्वीकार करो और उस जीवन को मत स्वीकार करो, तुम क्या बनोगे?'
'अगर आपके पास हिंदुत्व है...'
सीटी रवि ने कहा, 'अगर आपके पास हिंदुत्व है, तो यह जीवन है. हिंदू का मतलब शरीर है. हम नहीं चाहते कि आप वह (शरीर) बनें.' इससे पहले, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा था कि वह एक हिंदू हैं जो हिंदू धर्म का पालन करते हैं और हिंदुत्व के खिलाफ खड़े हैं.
सिद्धारमैया का पूरा बयान
सिद्धारमैया ने कहा था, 'हिंदुत्व और हिंदू धर्म अलग-अलग हैं... मुझे हमेशा हिंदू विरोधी और हिंदू विरोधी धर्म के रूप में पेश किया जाता है. मैं हिंदू धर्म विरोधी नहीं हूं. मैं भी हिंदू हूं, लेकिन मैं मनुवाद और हिंदुत्व विरोधी हूं.' एक सभा को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने ये तर्क भी दिया कि 'क्या कोई धर्म हत्या या हिंसा को प्रोत्साहित करता है? लेकिन मनुवाद और हिंदुत्व हत्या, हिंसा और भेदभाव को प्रोत्साहित करते हैं, हिंदू धर्म और हिंदुत्व के बीच यही अंतर है.'
'सिद्धारमैया जातिवाद चाहते हैं'
सिद्धारमैया के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए सीटी रवि ने कहा कि सनातन धर्म और हिंदुत्व अलग नहीं हैं. हिंदुत्व समानता में विश्वास करता है. सीटी रवि ने आगे कहा, 'अगर सिद्धारमैया हिंदुत्व से सहमत नहीं हैं, तो इसका मतलब है कि वह समानता नहीं चाहते हैं. वह जातिवाद चाहते हैं, इसलिए उन्होंने साजिश रची और परमेश्वर को हराया. उनकी यह टिप्पणी कि वह हिंदुत्व से सहमत नहीं हैं, उनके चरित्र के अनुरूप है.'