एकनाथ खडसे की नाराजगी बढ़ी, पंकजा मुंडे से मुलाकात के बाद कहा- OBC नेताओं को दरकिनार किया जा रहा है
बीजेपी-शिवसेना गठबंधन टूटने को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता एकनाथ खडसे ने कहा कि महायुति (गठबंधन) के लिए मतदान हुआ था. अगर दो कदम पीछे गए होते तो आज महायुति की सरकार होती.
मुंबई: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता एकनाथ खडसे इन दिनों पार्टी से खासे नाराज चल रहे हैं. उन्होंने आज कहा कि महाराष्ट्र में ओबीसी नेताओं को साइडलाइन किया जा रहा है ऐसा दिख रहा है. उन्होंने पंकजा मुंडे की नाराजगी का भी जिक्र किया. एकनाथ खडसे ने पंकजा मुंडे से मुलाकात के बाद कहा कि पंकजा मुंडे और रोहिणी खडसे की हार किस कारण से हुई इसका पता किया जाना चाहिए. इसके लिए पार्टी में वरिष्ठ लोगों को जानकारी दी है. मेरी पंकजा से चर्चा हुई और पंकजा को भी लगता है कि उन्हें हराया गया.
उन्होंने आगे कहा, ''पार्टी में रहकर पार्टी के खिलाफ काम करने वाले लोगों की वजह से इनकी हार हुई है. उनके नाम मैंने चंद्रकांत पाटिल (महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष) को दे दिए हैं. देखते हैं कि क्या कार्रवाई होती है.'' खडसे ने पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की ओर इशारा करते हुए कहा कि जिन्होंने नेतृत्व किया उन्हें हार की जिम्मेदारी स्वीकार नहीं करनी चाहिए?
उन्होंने बीजेपी-शिवसेना गठबंधन टूटने को लेकर कहा कि महायुति (गठबंधन) के लिए मतदान हुआ था. अगर दो कदम पीछे गए होते तो आज महायुति की सरकार होती. पिछले दिनों खडसे ने कहा था कि मेरा व्यक्तिगत विचार है कि बीजेपी को अजित पवार से समर्थन नहीं लेना चाहिए था. वो एक बड़े सिंचाई घोटाले में आरोपी हैं और कई आरोपों का सामना कर रहे हैं. इसलिए हमें उनके साथ गठबंधन नहीं करना चाहिए था.
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बता दें कि 24 अक्टूबर को चुनाव नतीजों के बाद शिवसेना ने बीजेपी के सामने सरकार गठन में साथ देने के लिए ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद की शर्त रख दी थी. जिसके बाद बीजेपी-शिवसेना में गठबंधन टूट गया. बीजेपी ने अजित पवार को साथ लेकर सरकार बना ली लेकिन 80 घंटों के भीतर ही मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को इस्तीफा देना पड़ गया. उनके साथ उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले अजित पवार ने भी पद से इस्तीफा दे दिया. अब सूबे में कांग्रेस-एनसीपी-शिवसेना की सरकार बन चुकी है.
सरकार गठन के बाद बीजेपी नेता और देवेंद्र फडणवीस सरकार में मंत्री रही पंकजा मुंडे ने नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा है कि 12 दिंसबर के बाद आगे की रणनीति के बारे में बताएंगी.