Lok Sabha Elections 2024: केंद्रीय मंत्री और तेलंगाना बीजेपी के अध्यक्ष जी किशन रेड्डी ने दो जून को प्रस्तावित राज्य स्थापना दिवस समारोह के लिए कांग्रेस की शीर्ष नेता सोनिया गांधी को आमंत्रित करने के प्रदेश सरकार के फैसले पर बुधवार (22 मई) को आपत्ति जताई. उन्होंने ‘पीटीआई वीडियो’ से बात करते हुए कहा कि 1969 में जब कांग्रेस सत्ता में थी, उस समय तेलंगाना आंदोलन के दौरान पुलिस गोलीबारी में 369 छात्र मारे गए थे.
रेड्डी ने कहा कि तेलंगाना राज्य के लिए आंदोलन के दूसरे चरण में लगभग 1,500 युवाओं ने अपने जीवन का बलिदान दिया और तेलंगाना के सभी लोग अलग राज्य के लिए सड़कों पर उतर आए. उन्होंने कहा कि अब 10 साल बाद कांग्रेस तेलंगाना में सत्ता में है और वे कह रहे हैं कि वे अपनी शीर्ष नेता सोनिया गांधी को आमंत्रित करेंगे और उनका अभिनंदन करेंगे.
'राजनीतिक नेता को कैसे आमंत्रित कर सकते हैं'
बीजेपी नेता जी किशन रेड्डी ने कहा, 'सोनिया गांधी ने तेलंगाना नहीं दिया...तेलंगाना के लोगों ने यह (तेलंगाना को राज्य का दर्जा) हासिल किया. तेलंगाना के लोगों ने (अलग तेलंगाना के लिए) बलिदान दिया और आंदोलन में हिस्सा लिया.' बीजेपी नेता ने कांग्रेस सरकार से सवाल किया कि वह सरकारी समारोह में किसी राजनीतिक नेता को कैसे आमंत्रित कर सकती है.
उन्होंने कहा, '...वह कांग्रेस पार्टी की नेता हैं. आप उन्हें किसी सरकारी कार्यक्रम में कैसे आमंत्रित कर सकते हैं? यदि आप उन्हें आमंत्रित करना चाहते हैं, तो आप कांग्रेस पार्टी के कार्यालय में उन्हें आमंत्रित करें और सम्मानित करें. हमें इसमें कोई आपत्ति नहीं है.' उन्होंने मांग की कि कांग्रेस सरकार सरकारी समारोह के लिए सोनिया गांधी को निमंत्रण देने के बारे में लोगों को स्पष्टीकरण दे.
राज्य स्थापना दिवस का मिला है सोनिया गांधी को निमंत्रण
तेलंगाना सरकार ने 20 मई को कैबिनेट बैठक के बाद कहा था कि उसने दो जून को राज्य स्थापना दिवस समारोह के लिए सोनिया गांधी को आमंत्रित करने का फैसला किया है. कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर के उस बयान पर कि केंद्र ने हासन के सांसद प्रज्वल रेवन्ना का राजनयिक पासपोर्ट रद्द करने के अनुरोध पर अभी तक जवाब नहीं दिया, रेड्डी ने कहा कि 'यह पूरी तरह से झूठ है.’’
उन्होंने कहा, 'कांग्रेस कर्नाटक में सत्ता में है और चाहे वह (प्रज्वल) रेवन्ना हों या कोई भी हो, उन्हें कार्रवाई करनी है. लेकिन कांग्रेस सरकार कार्रवाई नहीं कर रही है, और कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार जानबूझकर मामले को टालने की कोशिश कर रहे हैं.' रेड्डी ने प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ मामले की सीबीआई से जांच की मांग करते हुए आरोप लगाया कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार इसकी ठीक से जांच नहीं कर रही है.
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