नई दिल्ली: अयोध्या विवाद के बीच बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने ट्वीट कर कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला है. नरसिम्हा राव ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को बाबर भक्त बताया है. नरसिम्हा राव का ये बयान ऐसे समय आया है जब गुजरात में विधानसभा चुनाव होने हैं और अयोध्या विवाद की सुप्रीम कोर्ट में कल सुनवाई हुई है.


राम मंदिर विवाद: जानें- छह दिसंबर 1992 को अयोध्या में क्या हुआ था?

जीवीएल नरसिम्हा राव ने अपने ट्वीट में लिखा है, ‘’अयोध्या में राम मंदिर का विरोध करने के लिए राहुल गांधी ने ओवैसिस, जिलानिस से हाथ मिला लिया है. राहुल गांधी निश्चित रूप से एक ‘बाबर भक्त’ और ‘खिलजी के रिश्तेदार’ हैं. बाबर ने राम मंदिर को नष्ट कर दिया था.’’   उन्होंने आगे कहा, ‘’खिलजी ने सोमनाथ को लूट लिया. नेहरु वंश दोनों इस्लामी आक्रमणकारियों के पक्ष में.’’



अयोध्या मामला: सिब्बल के बहाने अमित शाह का हमला, कांग्रेस राम मंदिर चाहती है या नहीं?

क्या है पूरा मामला?

दरअसल अयोध्या विवाद को लेकर कल सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने कल सुन्नी वक्फ बोर्ड की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में पक्ष रखा. कपिल सिब्बल समेत तीन वकीलों ने कल सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई जुलाई साल 2019 के बाद करने की मांग की है. कपिल सिब्बल की इसी मांग पर बीजेपी ने हमला बोला है और राहुल गांधी से राम मंदिर पर अपना स्टैंड साफ करने की अपील की है.

विवादित जमीन पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई

अयोध्या केस में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई का कल पहला दिन था. सुप्रीम कोर्ट को तय करना है कि अयोध्या में विवादित जमीन किसकी है? रामलला विराजमान की, निर्मोही अखाड़ा की या फिर सुन्नी वक्फ बोर्ड की? सुप्रीम कोर्ट में अब इस मामले की अगली सुनवाई आठ फरवरी को होगी. राम मंदिर का मुद्दा बरसों से चुनावों में खूब उछलता रहा है, इस बार भी गुजरात चुनाव से ऐन पहले मंदिर पर संग्राम छिड़ गया है.

पूरे देश में शौर्य दिवस मनाएगी VHP

आज छह दिसंबर है. अयोध्या में विवादित ढांचे के विध्वंस के 25 साल पूरे हो गए हैं. जिसको लेकर देशभर में अलर्ट जारी कर दिया गया है. विश्व हिंदू परिषद ने आज देशभर में शौर्य दिवस मनाने का एलान किया है. विहिप की तरफ से लखनऊ में शौर्य संकल्प सभा का आयोजन किया जाएगा. इसके अलावा अयोध्या के कारसेवक पुरम में दोपहर 2 बजे आयोजित होने वाली शौर्य संकल्प सभा में बड़ी संख्या में साधु-संतों के पहुंचने की सम्भावना है.

छह लेफ्ट पार्टी मनाएंगी काला दिवस

साल 1992 में अयोध्या में विवादित ढांचा गिराने के विरोध में काला दिवस मनाया जा रहा है. इसी क्रम में छह लेफ्ट पार्टियां भी आज काला दिवस मनाएंगी. इनमें सीपीएम, सीपीआई , आरएसपी, एआईएफबी, सीपीआई(माले) और एसयूसीआई (सी) शामिल हैं.

अयोध्या में आज के दिन क्या हुआ था?

छह दिसंबर 1992 को लाखों कारसेवकों की भीड़ ने बाबरी मस्जिद का विवादित ढांचा गिरा दिया गया. इस भीड़ के साथ-साथ बीजेपी, विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के तमाम नेता ढांचे के पास बने मंच पर मौजूद थे. उस वक्त उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार थी और कल्याण सिंह मुख्यमंत्री थे.