Kangna Ranaut: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सांसद कंगना रनौत अपने बयानों की वजह से अक्सर सुर्खियों में रहती हैं लेकिन अब उन्होंने कुछ ऐसा कर दिया है जो हैरान करने वाला है. दरअसल, कंगना रनौत ने केंद्र सरकार के एक प्रोजेक्ट के खिलाफ ही आवाज उठानी शुरू कर दी है यानि कि वो अपनी ही सरकार के खिलाफ खड़ी हो गई हैं. 


हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में अब बिजली महादेव रोपवे का कार्य जल्द शुरू होने वाला है. बिजली महादेव में रोपवे बनने से जहां सैलानियों को सुविधा होगी वहीं, पर्यटन कारोबार में भी तेजी आएगी, लेकिन देव समाज और स्थानीय लोग इस रोपवे का लगातार विरोध कर रहे हैं. अब केंद्र सरकार के प्रोजेक्ट के खिलाफ कंगना भी स्थानीय लोगों के साथ खड़ी हुई नजर आ रही हैं. कंगना रनौत ने लोगों को आश्वासन देते हुए कहा, 'देवता का आदेश ही सर्वोपरि है. बिजली महादेव के लिए रोपवे मामले में वो लोगों के साथ हैं. इस मामले में वो देव समाज के साथ हैं.'


क्या बोलीं कंगना रनौत?


बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने कहा कि इस प्रोजेक्ट को लेकर मेरी नितिन गडकरी से मुलाकात हुई है और मैंने उन्हें इस मामले से अवगत कराया है. वो बोलीं, 'अगर देवता नहीं चाहते तो इस प्रोजेक्ट को बंद कर देना चाहिए. एकबार फिर नितिन गडकरी से मिलूंगी. हम लोगों के लिए देवता का आदेश आधुनिकीकरण से कई बढ़कर है.'


विरोध क्यों कर रहे ग्रामीण?


बिजली महादेव मंदिर के रोपवे को लेकर खराहल और कशावरी घाटी के लोग विरोध कर रहे हैं. ग्रामीणों ने कहा कि रोपवे बनाए जाने से देवता खुश नहीं है और इसके बनने से उनके रोजगार भी काफी हद तक प्रभावित होंगे. ग्रामीणों ने रोपवे बनाए जाने से पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचने की बात कही है. ग्रामीणों का कहना है कि रोपवे बनाए जाने के लिए कई पेड़ों की कटाई की जाएगी. 


किस रोपवे का हो रहा विरोध?


इस रोपवे के निर्माण के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 नवंबर 2017 को वह कुल्लू में हुई एक जनसभा से जिक्र किया था. दशकों से लटके बिजली महादेव रोपवे का निर्माण भारत सरकार की पर्वतमाला योजना के तहत किया जा रहा है. अप्रैल 2022 में पूर्व की जयराम सरकार के समय हिमाचल सरकार और नेशनल हाइवे लाजिस्टिक मैनेजमेंट लिमिटेड के बीच 3.232 करोड़ की लगात से बनने वाले 7 रोपवे के लिए एमओयू हुआ था. इन सभी रोपवे की लंबाई 57.1 किलोमीटर थी. इन सात रोपवे में बिजली महादेव रोपवे भी शामिल था. उस समय बिदली महादेव रोपवे के निर्माण की लागत 200 करोड़ आंकी गई थी.


नितिन गडकरी ने किया शिलान्यास


मार्च 2024 में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने हमीरपुर से वर्चुअली इस रोपवे का शिलान्यास किया था. इस रोपवे का निर्माण नेशनल हाइवे लॉजिस्टिक मैनेजमेंट लिमिटेड (एनएचएलएमएल) करेगी. 2022 में एमओयू के समय इसकी निर्माण लागत 200 करोड़ बताई गई थी. फिलहाल अब 283 करोड़ की लागत से बिजली महादेव के लिए रोपवे का काम शुरू होगा और पहले स्टेज के निर्माण कार्य की अनुमति भी मिल गई है. बिजली महादेव का यह रोपवे मोनो केबल रोपवे होगा. इसकी कुल लंबाई 3.2 किलोमीटर होगी.


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