Maharashtra: महाराष्ट्र की राजनीति में शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत और बीजेपी नेता डॉ. किरीट सोमैया के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. किरीट सोमैया की पत्नी डॉ मेधा किरीट सोमैया ने शिवसेना नेता संजय राउत के खिलाफ आपराधिक शिकायत दर्ज कराई है. डॉ मेधा सोमैया ने संजय राउत पर उनके चरित्र हनन का आरोप लगाया है.


डॉ मेधा सोमैया ने दी गई शिकायत में आरोप लगाया कि शिवसेना नेता ने उनके खिलाफ 16 अप्रैल को दुर्भावनापूर्ण और अनुचित बयान दिया. उनका यह बयान सभी मीडिया संस्थानों में छपा है जिस वजह से उनके सम्मान को ठेस पहुंचा है. डॉ मेधा ने मुंबई के मुलुंड पूर्व के नवघर पुलिस स्टेशन में यह शिकायत दी है. 


क्या कहा गया है शिकायत में ? 


शिकायत में कहा गया है कि आरोपी का इरादा आपराधिक तरीके से शिकायतकर्ता की सामाजिक छवि को नुकसान पहुंचाना था. ऐसा करके आरोपी उनको आपराधिक तरीके से धमकी देना चाहता था. उन्होंने शिकायतकर्ता का बिना किसी प्रमाण के चरित्र हनन किया. 


डॉ मेधा ने शिकायत में आगे कहा कि आरोपी संजय राउत ने उन पर बिना किसी प्रमाण के 100 करोड़ रुपये के शौचालय घोटाले में शामिल होने का आरोप लगाया. उन्होंने मुलुंड पुलिस स्टेशन के सीनियर इंस्पेक्टर से भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 503, 506, और 509 के तहत शिकायत दर्ज करने के निर्देश दिए है.


संजय राउत ने सोमैया पर लगाए हैं कई आरोप


आपको बता दें कि महाराष्ट्र की राजनीति में शिवसेना संजय राउत ने बीजेपी नेता किरीट सोमैया पर अब तक कई आरोप लगाए हैं. इससे पहले भी राउत ने सोमैया पर साल 2013-14 में 1971 के भारत-पाक युद्ध में जीत के प्रतीक भारतीय नौसेना के जहाज आईएनएस विक्रांत की जब सेवा खत्म हो रही थी और उसे 'वॉर म्यूजियम' बनाने की मांग की जा रही थी. तब भारत सरकार ने कहा था इसके लिए 200 करोड़ रुपए की जरूरत पड़ेगी.


सोमैया ने क्यों चलाई थी सेव विक्रांत की मुहिम ? 


ऐसे वक्त में आईएनएस विक्रांत को स्क्रैप में जाने से बचाने के लिए किरीट सोमैया ने 'सेव विक्रांत' मुहिम चलाई थी और मुंबई में एयरपोर्ट से लेकर अलग-अलग रेलवे स्टेशनों चर्च गेट, नेवी नगर आदि से चंदा जमा किया था. 


किरीट सोमैया ने कहा था कि वो राज्यपाल के खाते में सारा पैसा जमा करेंगे, लेकिन उन्होंने पैसा राज भवन में जमा नहीं किया. सोमैया ने ये पैसे अपने चुनाव लड़ने में लगाए और अपने बेटे नील किरीट सोमैया की कंपनी में लगाए. यह घोटाला सिर्फ घोटाला भर नहीं है बल्कि एक राजद्रोह है. राउत ने कहा कि हमें राजभवन से सूचना मिली है कि इतनी राशि राजभवन को नहीं सौंपी गई है. पैसा कहां गया ?


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