नई दिल्ली: बीजेपी के दिल्ली प्रदेश महामंत्री कुलजीत चहल ने 78 सेवानिवृत नौकरशाहों पर कृषि कानून की खिलाफत करने के लिए ज़बरदस्त हमला किया है. चहल ने पत्र लिखकर और ट्वीट के ज़रिए कहा कि प्रिय सेवानिवृत्त नौकरशाहों की गैंग, मैं मोदी सरकार की तरफ से लाए गए तीनों किसानों के कानून के बारे में किसानों के लिए आपकी तथाकथित चिंता की सराहना करता हूं. यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी कि केवल आपका "एजेंडा और प्रोपेगंडा" है.


उन्होंने आगे कहा कि आप मोदी सरकार के खिलाफ हैं. हालांकि, मैं इस तथ्य की सराहना नहीं कर सकता कि आपका पूर्वाग्रह और वैचारिक रुझान आपको नरेंद्र मोदी सरकार को कई खुले पत्र लिखने के लिए प्रेरित कर रहा है. मैं एक किसान के रूप में ये साफ़ साफ करना चाहता हूं. पीएम मोदी जी ने कहा है कि न तो एमएसपी को रोका जाएगा, न ही एपीएमसी को बंद किया जाएगा और न ही किसानों की जमीन छीनी जाएगी. लेकिन विपक्ष, अशांत पानी में मछली मारने के लिए किसानों और मोदी सरकार के बीच एक कसक पैदा करने की कोशिश कर रहा है. हालांकि मामूली सफलता के बाद गिरोह के अन्य सदस्य जवाब का इंतज़ार के रहे होंगें.


कुलजीत चहल ने आगे लिखा, गिरोह के अन्य सदस्य उत्सुकता से अपने बुद्धिमान और प्रबुद्ध उत्तर की प्रतीक्षा कर रहे हैं, जो तथ्यों पर आधारित है न कि आपके वैचारिक उन्मुखीकरण पर. "सत्यमेव जयते". इसलिए मैं एक कॉपी उस बुकलेट की लिंक आपको भेज रहा हूं ताकि आप किसान बिल के फ़ायदे के बारे में पढ़ सकें.


आपको बता दें कि पूर्व नौकरशाहों के एक समूह ने किसान बिल की खिलाफत करते हुए सरकार को एक चिट्ठी लिखी थी, जिसमें किसान कानूनों को किसानों के खिलाफ बताया था. अब बीजेपी की ओर से उनको जवाब दिया गया है. आने वाले दिनो में इन पूर्व नौकरशाहों को बीजेपी किसान क़ानून के फ़ायदे बताने वाली एक बुकलेट भी भेजेगी.


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