Mithun Chakraborty: नेता अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती बंगाल की राजनीति में सक्रिय हैं. वो आए दिन विरोधी पार्टियों के खिलाफ खुले मंच से बोलते हैं. अभिनय के क्षेत्र से राजनीति में आए मिथुन चक्रवर्ती ने बुधवार (23 नवंबर) को कहा कि यदि पश्चिम बंगाल सरकार चाहती है कि उसे भविष्य में ग्रामीण विकास योजनाओं के लिए केंद्र सरकार की तरफ से धनराशि मिले, तो उसे पूर्व में मिली धनराशि के उपयोग के बारे में प्रमाण पत्र जमा कराना चाहिए.

पुरुलिया कस्बे में जनसभा को संबोधित करते हुए चक्रवर्ती ने कहा कि बीजेपी यदि अगले साल होने वाले पंचायत चुनाव में जीत हासिल करती है, तो स्थानीय लोगों की मांगों को पूरा किया जाएगा. मिथुन चक्रवर्ती पहले राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की तरफ से राज्यसभा सदस्य थे, हालांकि बाद में उन्होंने राज्यसभा सदस्यता से इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थाम लिया था.


मुख्यमंत्री ममता बनर्जी  का दावा


मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कई मौकों पर दावा किया है कि केंद्र सरकार 100-दिवसीय कार्य योजना और अन्य परियोजनाओं के लिए धन आवंटित नहीं कर रही है. इस बारे में चक्रवर्ती ने कहा, "टीएमसी ने केंद्र सरकार पर धन नहीं देने का आरोप लगाया गया है, लेकिन जब तक वे आवास परियोजनाओं जैसी विभिन्न योजनाओं के तहत पूर्व में दिए गए धन के उपयोग के बारे में प्रमाण पत्र प्रदान नहीं करते, तब तक सरकार को और धन कैसे आवंटित किया जा सकता है?"


परियोजनाओं के नाम बदलने का आरोप 


तृणमूल कांग्रेस पर केंद्रीय परियोजनाओं के नाम बदलने का आरोप लगाते हुए चक्रवर्ती ने कहा, "इस तरह के प्रयासों के बावजूद लोग अच्छी तरह जानते हैं कि यह नरेंद्र मोदी सरकार है जो इन योजनाओं के लिए धन उपलब्ध करा रही है. ये जनता का पैसा है जिसे योजनाओं के वित्तपोषण के लिए वितरित किया जा रहा है और हर पैसे का हिसाब देना होगा." बीजेपी नेता ने कहा, "विभिन्न परियोजनाओं को लागू करने के लिए काम उचित तरीके से नहीं किया जा रहा है."


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