नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी ने सोमवार को कहा कि सहिष्णुता भारतीय संस्कृति का महत्त्वपूर्ण अंग है जिसने कई देशों से पलायन करके आये लोगों को अपने यहां आसरा दिया है. उनका बयान ऐसे समय में आया है जब देश में भीड़ हिंसा पर अभिनेता नसीरुद्दीन शाह के बयान को लेकर चर्चा गर्म है.
खुफिया ब्यूरो (आईबी) के एक कार्यक्रम में नितिन गडकरी ने कहा कि एकता और विविधता भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग हैं. इसी दौरान उन्होंने देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के एक बयान की भी तारीफ की. मंत्री ने कहा कि सामाजिक-आर्थिक बदलाव के लिए राजनीति एक माध्यम है.
बीजेपी के वरिष्ठ नेता ने कहा, ''समाजसेवी लोग कहते हैं कि देश में ऐसा हो रहा है, वैसा हो रहा है. समाज से देश बनता है. सिस्टम को सुधारने के लिए दूसरी की तरफ उंगली क्यों करते हो? अपनी तरफ क्यों नहीं करते?''
अब नितिन गडकरी ने कहा- अगर सांसद और विधायक हारते हैं तो कौन जिम्मेदार होगा?
उन्होंने आगे कहा, ''जवाहरलाल नेहरू अक्सर कहा करते थे कि इंडिया इज नॉट ए नेशन, इट इज ए पॉपुलेशन (भारत एक देश नहीं बल्कि एक पूरी आबादी है). दूसरी बात कहते थे इस देश का हर व्यक्ति एक प्रश्न है, एक समस्या है. उनकी ये बात मुझे बहुत पसंद है. मैं इतना तो कर सकता हूं कि मैं देश के सामने समस्या नहीं रहूंगा तो भी आधे प्रश्न सुलझ जाएंगे. मेरे से किसी ने अन्याय किया होगा लेकिन मैं उसके साथ अन्याय नहीं करूंगा.''
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