नई दिल्ली: अपने बेबाक बयानों की वजह से चर्चा में रहने वाले केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि अगर मैं पार्टी का अध्यक्ष हूं और मेरे सांसद-विधायक अच्छा नहीं करते हैं तो इसका जिम्मेदार कौन होगा? मैं. गडकरी खुफिया ब्यूरो के एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी के इस बयान को तीन राज्यों मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में मिली पार्टी की हार की नजर से देखा जा रहा है.
दो दिनों पहले ही गडकरी ने कहा था कि नेतृत्व को हार और विफलता की भी जिम्मेदारी स्वीकार करनी चाहिए. हालांकि उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि उनके बयान को मीडिया नो तोड़-मरोड़ कर पेश किया.
बीजेपी के वरिष्ठ नेता गडकरी ने कहा था कि सफलता का श्रेय लेने के लिये लोगों में होड़ रहती है लेकिन विफलता को कोई स्वीकार नहीं करना चाहता. ‘‘नेतृत्व में हार और असफलता को स्वीकार करने की प्रवृत्ति होनी चाहिए.’’
गडकरी ने रविवार को कहा कि उनकी टिप्पणी का कोई राजनीतिक मकसद नहीं था. उन्होंने दावा किया कि मीडिया के एक वर्ग ने पुणे डिस्ट्रिक्ट अर्बन कोआपरेटिव बैंक्स एसोसिएशन की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में उनकी ओर से की गई टिप्पणी को ‘तोड़ मरोड़कर पेश किया’.
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उन्होंने कहा,‘‘मराठी में दिया मेरा पूरा भाषण उपलब्ध है. मैंने जो कुछ भी कहा वह बैंकिंग के संदर्भ में था और मैंने न तो किसी चुनाव या न ही किसी नेता के बारे में कोई उल्लेख किया.’’ उन्होंने कहा, ‘‘दुर्भाग्य से मीडिया के एक वर्ग ने मेरे बयान को वर्तमान चुनावी राजनीति से जोड़कर और अपनी खुद की टिप्पणी जोड़कर उसे तोड़ मरोड़कर पेश किया.’’
महाराष्ट्र के एक कृषि कार्यकर्ता किशोर तिवारी द्वारा आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को लिखे गए पत्र के बारे में पूछे जाने पर जिसमें उन्होंने कथित रूप से सुझाव दिया है कि यदि बीजेपी 2019 का चुनाव जीतना चाहती है तो पार्टी नेतृत्व में बदलाव होना चाहिए, केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि लोकतंत्र में सभी को अपने विचार रखने का अधिकार है.
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बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष गडकरी ने कहा, ‘‘यदि कोई कुछ लिख रहा है तो उससे मैं कैसे जुड़ता हूं?’’ उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि वह किसी ‘दौड़’ या ‘प्रतिस्पर्धा’ में नहीं हैं. उन्होंने कहा, ‘‘यह बहुत स्पष्ट है कि बीजेपी 2019 आम चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लड़ेगी और पार्टी को उचित बहुमत मिलेगा.’’
इससे पहले दिन में गडकरी ने ट्विटर पर यह दावा किया कि कुछ विपक्षी दल और मीडिया के एक वर्ग ने उनके बयान को तोड़ मरोड़कर पेश किया है. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘‘पिछले कुछ दिनों में मैंने गौर किया है कि मेरी पार्टी और मुझे नुकसान पहुंचाने के लिए कुछ विपक्षी दल और मीडिया के एक वर्ग की ओर से मेरे बयानों को तोड़-मरोड़कर पेश करने का अभियान चलाया जा रहा है और उसे संदर्भ से अलग इस्तेमाल किया जा रहा है और राजनीति से प्रेरित निष्कर्ष निकाले जा रहे हैं.’’
उन्होंने कहा कि वह ऐसे आक्षेपों का कई बार खंडन कर चुके हैं तथा एक बार फिर ऐसी दुर्भावनापूर्ण और शरारतपूर्ण रिपोर्ट पेश किए जाने की निन्दा करते हैं. गडकरी ने ट्वीट किया, ‘‘मैं एक बार फिर स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि मेरे और भाजपा नेतृत्व के बीच दरार पैदा करने की साजिश कभी सफल नहीं होगी.’’