जानें कौन हैं ओम बिरला जिन्हें पीएम मोदी ने सभी को चौंकाते हुए लोकसभा अध्यक्ष का उम्मीदवार चुना
बीजेपी नेता ओम बिरला लोकसभा के अगले स्पीकर होंगे. संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने आज कहा कि हम कांग्रेस से बातचीत की है. कांग्रेस ने प्रस्ताव पर हस्ताक्षर नहीं किया है लेकिन वे विरोध नहीं करेंगे. मैंने गुलाम नबी आजाद से मुलाकात की है.
नई दिल्ली: बीजेपी के वरिष्ठ नेता ओम बिरला लोकसभा के अध्यक्ष होंगे. दो बार के सांसद ओम बिरला को एनडीए ने प्रत्याशी बनाया है और संख्याबल से दूर विपक्ष ने अब तक किसी नाम का एलान नहीं किया है. यानि अध्यक्ष पद का रास्ता साफ है. सूत्रों के मुताबिक, बिरला के नाम पर पीएम मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने सोमवार को फैसला लिए थे. बिरला आज लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करेंगे.
प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी प्रस्तावक बने हैं. वहीं प्रस्ताव पर बीजेडी, शिवसेना, नेशनल पीपुल्स पार्टी, मिज़ो नेशनल फ्रंट, अकाली दल, लोक जनशक्ति पार्टी, वाईएसआर कांग्रेस, जेडीयू, एआईएडीएमके और अपना दल के नेताओं ने हस्ताक्षर किए हैं. बिरला आसानी से अध्यक्ष बन जाएंगे क्योंकि सदन में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के पास स्पष्ट बहुमत है.
हालांकि अगर जरूरत हुई तो इस पद के लिए चुनाव बुधवार को कराया जाएगा. विपक्ष ने अभी इस पद के लिए किसी उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है. मंगलवार को नामांकन दाखिल करने का आखिरी दिन है.
बिरला ने आज बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की. ओम बिरला की पत्नी अमिता बिरला ने स्पीकर उम्मीदवार चुने जाने पर कहा कि यह हमारे लिए बहुत गर्व और खुशी का क्षण है. हम उन्हें (ओम बिरला को) चुनने के लिए कैबिनेट के बहुत आभारी हैं.
बिरला (57) राजस्थान से तीन बार विधायक और दो बार सांसद रहे हैं. इस बार इन्होंने राजस्थान के कोटा-बूंदी संसदीय सीट से जीत दर्ज की है. ओम बिरला ने वाणिज्य से एमए की डिग्री ली है. वे दिसम्बर 2003 से 2013 तक लगातार तीन बार राजस्थान विधानसभा के सदस्य रहे. वे छह साल तक अखिल भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रहने के बाद भारतीय जनता युवा मोर्चा राजस्थान प्रदेश के अध्यक्ष बने.
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आमतौर पर लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए वरिष्ठता क्रम पर विचार किया जाता है लेकिन ऐसे भी मौके रहे हैं जब एक बार और दो बार के निर्वाचित सांसद अध्यक्ष बने हैं. मनोहर जोशी को 2002 में लोकसभा अध्यक्ष चुना गया था और तब वह पहली बार ही सांसद बने थे. उन्होंने दो बार के सांसद जीएमसी बालयोगी का स्थान लिया था जिनकी हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई थी.
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