Hindenburg Report: हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर देश में सियासत तेज हो गई है. सेबी प्रमुख और उनके पति पर आरोपों वाली हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर भारतीय जनता पार्टी के नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने निशाना साधा है. इससे पहले कई विपक्षी दलों ने भी इस मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरा था. वहीं बीजेपी नेता इस रिपोर्ट का सिरे से खंडन कर रहे हैं. 


पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर कहा, 'ये रिपोर्ट कुछ अटकलें और अनुमान हैं. इसके पीछे कोई खास योजना है. मौजूदा वक्त में भारत की वित्तीय प्रणाली और भारतीय बैंक दुनिया में सबसे ज्यादा मजबूत है.' इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी तारीफ की. उन्होंने कहा, पीएम मोदी ने बीते दस सालों में भारतीय वित्तीय क्षेत्र का पुनर्निर्माण किया है.'


कांग्रेस पर साधा निशाना


उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, 'ऐसा लगता है कि कांग्रेस ने पिछले दस सालों में सिर्फ झूठ की राजनीति करने की रणनीति को अपनाया है. कांग्रेस अब सेबी अध्यक्ष पर हमला करके भारतीय वित्तीय प्रणाली को कमजोर करने और देश में अराजकता का माहौल पैदा करने के लिए विदेशी मदद मांग रही है. इनका लक्ष्य भ्रम फैलाकर आर्थिक अराजकता पैदा करना है.' उन्होंने पूछा कि पिछले 30-40 सालों से कांग्रेस, विदेशी कंपनियों के साथ क्यों खड़ी रही है?


सुधांशु त्रिवेदी ने भी साधा निशाना


भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, 'पिछले कुछ सालों से जब भी संसद सत्र शुरू होता है, कोई विदेशी रिपोर्ट जारी हो जाती है. संसद सत्र से ठीक पहले BBC की डॉक्यूमेंट्री जारी की गई थी. संसद सत्र से ठीक पहले जनवरी में हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आई थी. ये सब घटनाक्रम संसद सत्र के दौरान होता है. विपक्ष के विदेश से ऐसे संबंध हैं कि वे भारत के हर संसद सत्र के दौरान अस्थिरता और अराजकता पैदा करते हैं. वे भ्रम फैलाकर भारत में आर्थिक अराजकता पैदा करना चाहते हैं. अब वे सेबी पर हमला कर रहे हैं. कांग्रेस पिछले 30-40 सालों से हमेशा विदेशी कंपनियों के साथ क्यों खड़ी रहती है? यूनियन कार्बाइड के साथ क्यों खड़ी रहती है?'


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