Madhya Pradesh Assembly Election: मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में प्रदेश में आया राम, गया राम का दौर चल पड़ा है. कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही दलों के नेता दल-बदली कर रहे हैं. हालांकि, इस बार कांग्रेस छोड़ बीजेपी में जाने वाले नेताओं की संख्या कम है. बुधवार (20 सिंतबर) को बीजेपी नेता राजेश पटेल ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया.
पटेल गाड़ियों के काफिले के साथ बुधनी विधानसभा से निकल कर भोपाल पहुंचे और कांग्रेस में शामिल हो गए. दावा है कि उन्होंने अपने एक हजार कार्यकर्ताओं के साथ कांग्रेस को ज्वाइन किया. इनमें बालाघाट के पूर्व सांसद और बीजेपी के वरिष्ठ नेता बोध सिंह भगत भी शामिल हैं.
कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं नेता
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों में कांग्रेस में शामिल होने वाले नेताओं वालों की कतार लगी हुई है. बीजेपी के चार पूर्व विधायक और दो पूर्व सांसदों के साथ पचास के करीब छोटे-बड़े नेता पहले ही कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं.
'जनता का काम नहीं करते सीएम शिवराज'
कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर लोगों के काम नहीं करने और हल्की बातें करने का आरोप लगाया. कमलनाथ ने कहा, ''यह सब लोग सच्चाई का साथ दे रहे है. प्रदेश का हर व्यक्ति भ्रष्टाचार का या तो शिकार है या गवाह है.'' कांग्रेस नेता का दावा है कि आने वाले दिनों में बीजेपी के कुछ और बड़े नेता कांग्रेस में आएंगे, क्योंकि राज्य में कांग्रेस की सरकार बनती दिखने लगी है.
2 महीने पहले कांग्रेस में आना शुरू हुए थे नेता
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष अशोक सिंह का कहना है कि नेताओं का कांग्रेस में पाला बदलकर आने का सिलसिला दो महीने पहले शुरू हुआ था. अब तक बीजेपी के पूर्व विधायक दीपक जोशी, पूर्व सांसद माखन सिंह सोलंकी, पूर्व विधायक राधेलाल बघेल, पूर्व विधायक अनुभा मुंजारे और कई नेताओं ने कांग्रेस का दामन थामा है.