Exclusive: 'इसके पीछे सपा और कांग्रेस का हाथ', बहराइच हिंसा पर बीजेपी नेता राजीव चंद्रशेखर ने किया बड़ा दावा
Bahraich Violence: यूपी के बहराइच में दुर्गा विसर्जन के दौरान युवक की हत्या के बाद हिंसा भड़क उठी है. इस घटना को लेकर विपक्ष राज्य सरकार पर हमलावर है.
Bahraich Violence: दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के जुलूस के दौरान उत्तर प्रदेश के बहराइच के महराजगंज इलाके में त्थरबाजी, फायरिंग और आगजनी की घटना हुई. इस बवाल में एक युवक की जान चली गई. आरोप है कि रामगोपाल मिश्रा की पिटाई के बाद गोली मारकर हत्या की गई. इस घटना में कई लोग घायल हैं.
इस घटना के बाद विपक्ष उत्तर प्रदेश सरकार पर हमलावर है. इसी बीच बीजेपी नेता राजीव चंद्रशेखर ने इस घटना को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि इस घटना के पीछे विपक्ष का हाथ है.
इस घटना के पीछे सपा और कांग्रेस का हाथ
इस घटना को लेकर बीजेपी नेता राजीव चंद्रशेखर ने ABP न्यूज़ से कहा, "मै पूरी जिम्मेदारी से कहता हूं कि बहराइच की घटना के पीछे सपा और कांग्रेस का हाथ है. ये पार्टियां नहीं चाहती कि देश में शांति रहे. लेकिन हमारी सरकार इससे निपटने के लिए पूरी तरह से मुस्तैद है."
पुलिस अधीक्षक ने अपने बयान में कही थी ये बात
इससे पहले बहराइच की पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने घटना की जानकारी देते हुए कहा था, 'महसी तहसील के अंतर्गत महाराजगंज इलाके में तनाव था. जब एक जुलूस मुस्लिम बहुल इलाके से गुजर रहा था तभी दूसरे समुदाय के एक व्यक्ति पर कथित तौर पर हमला किया गया, जिससे उसकी मौत हो गई. घटना के बाद, पुलिस ने करीब 30 लोगों को हिरासत में लिया है. अशांति प्रभावित सभी क्षेत्रों में सामान्य स्थिति बहाल करने के प्रयास जारी हैं.'
उन्होंने कहा कि इलाके में पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है, और हिंसा प्रभावित इलाकों के सीसीटीवी फुटेज देख कर अराजक तत्वों की पहचान की जा रही है, और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने आगे कहा, 'घटना के सिलसिले में सलमान नामक एक व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. बताया जाता है कि उसकी दुकान से कथित गोलीबारी हुई थी. संदिग्ध लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है.'
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की हिंसा की निंदा
UP के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हिंसा की निंदा की और कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. मुख्यमंत्री ने पर्याप्त इंतजाम कर समय पर प्रतिमा विसर्जन कराने तथा धार्मिक संगठनों से संवाद करने के निर्देश प्रशासन को निर्देश दिये.