Ladakh Visit: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के लद्दाख दौरे को लेकर भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने रविवार (20 अगस्त) को कहा कि उनकी फितरत है कि जहां जाएंगे वहां भारत को बदनाम करेंगे. उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस कर यह भी कहा कि आज लद्दाख गए हैं, लेकिन उनके नाना ने तिब्बत से आने पर दलाई लामा को भगाया था.


राहुल गांधी इस वक्त लद्दाख के दौरे पर हैं. यहां उन्होंने कहा कि स्थानीय लोग कहते हैं कि चीन की सेना ने हमारी जमीन पर कब्जा किया है, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि यहां कोई नहीं आया है. उनके इन बयानों पर अब बीजेपी ने भी पलटवार किया है.


रविशंकर बोले- बताऊं, राहुल गांधी फाउंडेशन में कहां से आया पैसा?
रविशंकर प्रसाद ने कहा, 'राहुल गांधी लद्दाख गए हैं, खूब घूमे मोटर बाइक चलाएं लेकिन क्या फितरत है आपकी कि जहां जाएंगे वहां आप भारत को बदनाम ही करेंगे? ना आप होम वर्क करते हैं ,ना कुछ मालूम है. राहुल गांधी फाउंडेशन में कहां से पैसे आए थे, मैं बताना शुरू करूं क्या? चीन आप गए थे माता जी के साथ मैं बताना शुरू करूं क्या?'


रविशंकर प्रसाद ने कहा, लद्दाख के इंफ्रा के लिए काम कर रही सरकार
रविशंकर प्रसाद ने आगे कहा कि आज लद्दाख की बात कर रहे हैं, याद है कैसे तिब्बत से आने पर इनके नाना ने दलाई लामा को भगाया था. उन्होंने कहा कि यह राहुल गांधी के परिवार का अतीत है. उनकी सरकार की ऑफिशियल लाइन रही लद्दाख से अरुणाचल तक सड़क नहीं बनानी है क्योंकि चीन इरिटेट होगा. आज पीएम मोदी ने बड़े बड़े हाई-वे उस रास्ते पर बना दिए हैं. रविशंकर प्रसाद ने कहा कि लद्दाख के इंफ्रा, बिजली के लिए सरकार रोज काम कर रही है और आज देखिए 38 लाख लोगों ने कश्मीर के लाल चौक पर झंडा फहराया.


क्या बोले थे राहुल गांधी?
इससे पहले राहुल गांधी ने कहा कि यहां पर तो सब लोग कह रहे हैं कि चीन की सेना घुसी है. प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं कि यहां कोई नहीं आया है जो कि नहीं है. राहुल गांधी ने आगे कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के समय लद्दाख आना चाहते थे, लेकिन कुछ कारणों के कारण नहीं आ पाए. राहुल गांधी ने यह भी कहा कि लद्दाख को जो स्टेटस दिया गया है इससे यहां के लोग खुश नहीं हैं. वह कह रहे हैं कि जनता की आवाज से चलना चाहिए. नौकरशाही से राज्य नहीं चलाना चाहिए.


यह भी पढ़ें:
ED Raid: 1 करोड़ कैश, 25 करोड़ की ज्वैलरी, शरद पवार के करीबी के ठिकाने से ED को मिली बेहिसाब दौलत