Ravi Shankar Prasad PC: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों की यात्रा से वापस लौट चुके हैं. उनके भारत लौटने से पहले जेपी नड्डा समेत तमाम बीजेपी कार्यकर्ता सुबह ही एयरपोर्ट पहुंच गए, जहां उन्होंने प्रधानमंत्री का ढोल-नगाड़ों के साथ स्वागत किया. इस ग्रैंड वेलकम के बाद बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की है, जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की जमकर तारीफ की. प्रसाद ने कहा कि पीएम मोदी का ये दौरा हमारे लिए गौरान्वित करने वाला था. इसके अलावा रविशंकर प्रसाद ने नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर विपक्षी दलों के विरोध का भी जवाब दिया. साथ ही प्रसाद ने कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खरगे के आरएसएस पर बैन वाले बयान का भी जवाब दिया.
'पीएम मोदी के नेतृत्व में ताकतवर बन रहा भारत'
रविशंकर प्रसाद ने कहा, देश का कितना मान बढ़ा है इसे हम लोगों ने बार-बार देखा है. तीन देशों में उनका जिस तरह का स्वागत हुआ, उससे भारत दुनिया में नई साख प्राप्त कर रहा है. इसकी मिसाल है कि अमेरिका में टिकटों की कमी हो गई है. भारत मोदी जी की अगुवाई में दुनियाभर में ताकतवर बन रहा है. भारत टैलेंट का पावर हाउस है. लेकिन सब से ऊपर है कि मोदी जी की सरकार लोगों की चिंता करती है. दुनिया ने भारत की केयरिंग को भी देखा है. दुनिया के बड़े नेता भारत के प्रति सम्मान से देखते हैं.
उद्घाटन समारोह में विपक्ष को होना चाहिए शामिल
नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर रविशंकर प्रसाद ने कहा, विपक्ष के नेताओं से कहेंगे कि आप आइए, संसद देश का मुकुट है. जब संख्या बढ़ेगी तब तो बैठने जगह होनी चाहिए. भारत को भारतीयों के द्वारा बनाया गया संसद क्यों नही मिलना चाहिए. 75 साल में हमने क्या बनाया, भारत की संसद में भारत का परिचय मिल रहा है. सेंगोल गर्व की परंपरा है. कांग्रेस से कहूंगा कि सेंगोल की परंपरा तो आप से भी जुड़ी हुई है, उसी को देखने आ जाइए.
कर्नाटक के मंत्री के बयान पर जवाब
आरएसएस को लेकर कर्नाटक सरकार के मंत्री प्रियांक खरगे के बयान पर रविशंकर प्रसाद ने कहा कि संघ पर बहुत से लोगों ने बैन पहले भी लगाए हैं, मैं सोनिया गांधी से पूछना चाहता हूं कि क्या संघ को बैन करने की राय आपकी है? सोनिया गांधी जवाब दीजिए, कांग्रेस के अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे इसका जवाब दें. संघ एक राष्ट्रवादी संगठन है.
जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह के सरकार बदलने वाले बयान पर रविशंकर प्रसाद ने जवाब देते हुए कहा, देश में सपने देखने पर कोई पाबंदी नहीं है. 2024 में भी देश की जनता नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाएगी. किसी भी तरह से संसद को राजनीति का आखाड़ा बनाना गलत है. लेकिन ये क्या बयान है कि हम सत्ता में आए तो ये करेंगे, हम वो करेंगे, देश उनको मौका देने वाला नहीं है.