नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने आज एंटीलिया केस, महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख पर लगे आरोप का जिक्र करते हुए उद्धव ठाकरे सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में भी 'खेला' हो रहा है, जो हो रहा है वो 'विकास' नहीं 'वसूली' है.


केंद्रीय मंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ‘वसूली की, वसूली द्वारा और वसूली के लिए’ है. महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन के घटक दल नहीं जानते कि राज्य में क्या हो रहा है, सरकार कौन चला रहा है.


उन्होंने कहा कि भारत के इतिहास में ये पहली बार हुआ कि किसी पुलिस कमिश्नर ने लिखा कि राज्य के गृह मंत्री ने मुंबई से 100 करोड़ रुपये महीना वसूली का टार्गेट तय किया है. जब एक मंत्री का टार्गेट 100 करोड़ रुपये है तो बाकी के मंत्रियों का कितना होगा?


रविशंकर प्रसाद ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कुछ दस्तावेजों के साथ कहा है कि ट्रांसफर और पोस्टिंग के नाम पर भी वसूली चल रही थी. वो भी छोटे मोटे ऑफिसर्स की ही नहीं बल्कि बड़े बड़े IPS ऑफिसर्स की भी.


उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र जैसे राज्य में बड़े अधिकारियों की पोस्टिंग में वसूली हो रही है, तो हमें लगा मुख्यमंत्री कार्रवाई करेंगे. लेकिन दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के बजाय, एक ईमानदारी महिला अधिकारी को सिविल डिफेंस का डीजीपी बना दिया.


उन्होंने आगे कहा कि सचिन वाजे सस्पेंडेड था, करीब 15-16 वर्षों तक, वो शिवसेना का सदस्य बनता है. उसे कोरोना काल में बहाल किया जाता है. उसके बाद उन्हें ही 100 करोड़ वसूली का टार्गेट दिया जाता है.


रविशंकर प्रसाद ने कहा कि मैं शरद पवार से कहना चाहूंगा कि आप कृपया देश को बताएं कि गलत तथ्यों के आधार पर आपको महाराष्ट्र के गृहमंत्री को क्यों डिफेंड करना पड़ा?


आदित्य ठाकरे बोले- 'CM उद्धव ने ही PM मोदी से किया था अनुरोध, 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों को लगे वैक्सीन'