e-Conclave: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कल वित्त वर्ष 2021-22 के लिए देश का बजट जारी कर दिया है. एबीपी न्यूज़ के कार्यक्रम 'जन मन धन e-Conclave' में आज बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा और कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ का आमना सामना हुआ. इस दौरान संबित पात्रा ने कहा कि मैं इस बजट को दस में दस नंबर दूंगा, क्योंकि ये बजट किसानों और देश की अर्थव्यवस्था को ध्यान में रखकर पेश किया गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने बजट में भी वही काम किया है, जिसकी मांग लोग दशकों से कर रहे थे. वहीं, गौरव वल्लभ ने कहा कि मैं बजट को कोई नंबर नहीं दूंगा, बल्कि किसानों के सामने इस बजट की कॉपी रखूंगा. फिर वह निर्णय करेंगे की बजट कैसा है.


संबित पात्रा ने कहा, ''किसानों के लिए इस बजट में जो प्रावधान किए गए हैं, मैं उन्हें स्वाभाविक तौर पर दस नंबर दूंगा. हमने स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू किया. स्वामीनाथन जी ने अखबार में लेखकर लिखकर नरेंद्र मोदी जी को धन्यवाद दिया. यह इस बात का सुबूत है कि हमारी सरकार ने वही किया है जिसकी दशकों से मांग रही है.''


किसान आंदोलन सिर्फ राजनीति- पात्रा


किसान आंदोलन को लेकर संबित पात्रा ने कहा, ''यह राजनीति है, सरकार कह रही है कि हम बातचीत के लिए तैयार हैं. कल मैं तथाकथित किसानों की प्रेस कॉन्फ्रेंस सुन रहा था. इसमें उन्होंने तीन मांगे रखी हैं. इंटरनेट सप्लाई बहाल कर दी जाए, बिजली-पानी दिया जाए और 26 जनवरी पर हिंसा के लिए गिरफ्तार लोगों को रिहा किया जाए. इसके बाद उन्होंने कहा कि उनके ऊपर किसी तरह की बंदिश ना हो. और बजट पसंद नहीं आया तो हम छह फरवरी को चक्का जाम कर रहे हैं.''


देश खुद कॉपी चेक करे- गौरव वल्लभ







संबित पात्रा के जवाब में कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने कहा, ''मैं बजट को नंबर नहीं दूंगा, मैं इनका कॉपी देख के सामने रख दूंगा और देश खुद कॉपी चेक करे. इस कॉपी में लिखा है कि पिछली साल कृषि का जो बजट एक लाख 54 हजार करोड़ था, वो इस साल एक लाख 48 हजार करोड़ हो गया. मैं देश को पूछता हूं कि अगर आपका आवंटन कम हो रहा है तो आप कितने नंबर दोगे. किसान भाइयों से पूछना चाहता हूं कि पिछली साल किसान सम्मान निधि में 75 हजार करोड़ दिए गए थे, इस साल 65 हजार करोड़ दिए गए हैं तो आप कितने अंक देंगे. 65 हजार करोड़ का मतलब है कि दस करोड़ किसान परिवारों को छह हजार रुपया मिलेगा, बाकी किसानों को कुछ नहीं मिलेगा.''


पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किए हैं तो इसमें दिक्कत क्या है?- पात्रा


दिल्ली के सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस ने कंटीली तार, बैरिकेड और बोल्डर लगाकर किलेबंदी कर दी है. इसको लेकर संबित पात्रा ने कहा कि ये कांटे कीट किसानों के लिए नहीं बल्कि असमाजिक तत्वों के लिए लगाए गए हैं. किसान कभी तिरंगे का अपमान नहीं करता. किसान कभी ट्रैक्टर लेकर हिंसा नहीं करता और किसान कभी भी तलवारों से पुलिसवालों पर हमला नहीं करता. अगर किसान आंदोलन को लेकर पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किए हैं तो इसमें दिक्कत क्या है?




यह भी पढ़ें-


e-Conclave: FICCI अध्यक्ष उदय शंकर बोले- कोरोना की वजह से देश पीछे गया, लेकिन बजट बहुत सराहनीय


दिल्ली बॉर्डर पर बाड़ेबंदी को लेकर राहुल-प्रियंका का सवाल- 'प्रधानमंत्री जी, अपने किसानों से ही युद्ध?'