Exclusive: केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान बोले- राकेश टिकैत का बयान ठीक नहीं, सरकार बातचीत को तैयार
केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में कहा कि तीन नए कृषि कानूनों पर सरकार किसानों के साथ बातचीत को तैयार है.
नई दिल्ली: तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी है. इस बीच किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि 40 लाख ट्रैक्टर इस आंदोलन से जुड़ेंगे. ट्रैक्टर से किसान आएंगे. उनके इस बयान पर केंद्रीय पशुधन राज्य मंत्री और बीजेपी नेता डॉ संजीव बालियान ने कहा है कि ऐसे बयानों से बचना चाहिए.
संजीव बालियान ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में कहा कि राकेश टिकैत का बयान उचित नहीं है. सभी किसान नेताओं से अपील करूंगा कि 26 जनवरी जैसी घटना नहीं हो. अफरातफरी नहीं मचे. समस्या का समाधान बातचीत के जरिए करें. रैलियों में ज्यादा व्यस्त हैं. रैलियों में जाने की बजाय सरकार को प्रस्ताव भेजें.
उन्होंने कहा कि किसान दिल्ली आया है, सम्मान के साथ किसान वापस जाएं. सरकार किसानों से बनी है. सरकार एक प्रस्ताव दे. सरकार बातचीत के लिए तैयार है.
बालियान ने आगे कहा कि जो मुजफ्फरनगर में हुआ उसमें किसान नेताओं का और किसानों का कोई हाथ नहीं है. आरएलडी और समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता वहां थे. वही किसानों की भेष में थे. ये किसान के कंधे पर बंदूक रखकर गोलियां चला रहे हैं.
उन्होंने आगे कहा कि अगर कोई सत्ता परिवर्तन चाहता है तो वह चुनाव लड़े. लोकतंत्र में सभी को चुनाव लड़ने का अधिकार है. सभी के लिए मैदान खुला है.
बता दें कि उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर जिले के सोरम गांव में झड़प हो गई थी. सोरम गांव में सोमवार को एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान का कुछ लोगों ने विरोध किया था, जिसके बाद बीजेपी कार्यकर्ता और विरोध कर रहे लोग आपस में भिड़ गए थे. इस घटना में तीन से चार लोग घायल हुए थे.
लक्खा सिधाना को लेकर बालियान क्या बोले?
गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा मामले में फरार लक्खा सिधाना को लेकर बालियान ने कहा कि पंजाब सरकार सहयोग नहीं कर रही है. मैं मानता हूं कि दिल्ली पुलिस यहां विफल रही. लेकिन उन किसान नेताओं का क्या करें जो किसान नेता एक लाख रुपये के इनामी के साथ मंच साझा कर रहे हैं. क्या उनकी नैतिक जिम्मेदारी नहीं है?
बालियान ने कहा कि किसान नेता दो तरह की बात करते हैं. किसान नेता 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली की इजाजत लेते हैं और फिर कहते हैं जिन लोगों का नाम हिंसा में आया है उससे केस हटाया जाए. फिर कहते हैं कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई हो. किसान नेता कहें कि हम केस वापसी की मांग नहीं करेंगे.
लक्खा सिधाना बठिंडा की रैली में देखा गया है. दिल्ली पुलिस सिधाना की तलाश में है. पुलिस ने सिधाना पर एक लाख रुपये के इनाम की घोषणा की है.