बीजेपी नेता बोले-RSS नहीं होता तो हिन्दुस्तान नहीं होता, जेडीयू ने कहा- ये ज्यादा हो गया
राजस्थान बीजेपी के अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) एक ऐसा आंदोलन है जो देश और दुनिया को बदलने की ताकत रखता है.
जयपुर: हाल ही में राजस्थान बीजेपी के अध्यक्ष बनाए गए सतीश पूनिया ने कहा है कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) नहीं होता तो हिन्दुस्तान नहीं होता. पूनिया ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ एक ऐसा आंदोलन है जो देश और दुनिया को बदलने की ताकत रखता है. बीजेपी नेता के बयान पर नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने तंज कसा है.
जेडीयू महासचिव और प्रवक्ता पवन वर्मा ने कहा, ''मैं समझ सकता हूं कि सतीश पूनिया के मन में आरएसएस के लिए गर्व है. वो इस संगठन से आते हैं. लेकिन मुझे लगता है कि आरएसएस के लिए ऐसा कहना कि भारत, इंडिया या हिंदुस्तान का अस्तित्व नहीं होता, ज्यादा हो गया.''
उन्होंने कहा, ''बढ़ा-चढ़ाकर बोलने की सीमाओं को भी समझना चाहिए. भारत का अस्तित्व रहा है. हम उसे भारतवर्ष कहते हैं. यह सनातन, अनादि, अंत है और एक महान सभ्यता है. आरएसएस हर चीज के लिए श्रेय नहीं ले सकता.''
जयपुर में एक कार्यक्रम के बाद पूनिया ने कांग्रेस का नाम लिए बगैर उसपर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘मैं समझता हूं यह इतिहास छुपा नहीं है और इतिहास के तथ्य छुपे नहीं हैं...इस देश में विभाजन किसने कराया, मुगलों और अंग्रेजों से सांठगांठ किसने की? मुझे लगता है अगर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने नहीं होता तो हिन्दुस्तान नहीं होता.’’
उन्होंने सवाल किया, ‘‘इस देश में राम मंदिर को ध्वस्त करके बाबरी मस्जिद को इस तरीके से मुद्दा किसने बनाया....'' उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि इस देश में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ नहीं होता तो शायद देश नहीं होता. आज देश में लोकतंत्र भी बचा है और इस लोकतंत्र की अक्षुणता के साथ-साथ पूरे देश और दुनिया में भारत के स्वाभिमान की धमक बढी. राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ अपने आप में शब्द या संस्था नहीं है बड़ा आंदोलन है जो देश और दुनिया को बदल सकता है.’’
पूनिया को शनिवार को राजस्थान बीजेपी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया. संघ पृष्ठभूमि के जाट नेता पूनिया मूल रूप से राजगढ़ (चुरू) के हैं और आमेर (जयपुर) से विधायक हैं. वे लगभग डेढ दशक से बीजेपी के प्रदेश महामंत्री रहे हैं और प्रदेश प्रवक्ता भी हैं.