Sandeshkhali: संदेशखाली जाते-जाते सड़क पर बैठे शुभेंदू अधिकारी, बोले- अमीनुल नाम के पुलिस वाले ने मुझे बूट से मारा
Suvendu Adhikari in Sandeshkhali Protest: संदेशखाली जा रहे शुभेंदु अधिकारी को पुलिस ने एक बार फिर रोक दिया है. उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस कॉन्स्टेबल ने उन्हें जूते से मारा है.
Suvendu Adhikari West Bengal News: उत्तर 24 परगना के संदेशखाली जा रहे वरिष्ठ बीजेपी विधायक और नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी को पुलिस ने गुरुवार (15 फरवरी) को एक बार फिर रोक दिया. संदेशखाली के बाहर धारा 144 लागू होने का जिक्र करते हुए पुलिस ने कहा कि चार से अधिक लोगों को जाने की अनुमति नहीं है. वहीं सड़क पर प्रदर्शन के लिए बैठते हुए शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि अमीनुल नाम के पुलिसकर्मी ने उन्हें पैर के बूट से मारा है. अधिकारी ने कहा कि वह पश्चिम बंगाल पुलिस के बर्ताव के खिलाफ कलकत्ता हाई कोर्ट जाएंगे. उन्होंने जिले के SP पर भी आरोप लगाए.
सड़क पर धरने पर बैठे शुभेंदु अधिकारी
रोके जाने के बाद शुभेंदु अधिकारी अपने पार्टी के अन्य नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ वहीं सड़क पर बैठ गए. वहां मीडिया से बातचीत में उन्होंने बूट से मारे जाने को लेकर अपना दुख जाहिर किया. इसके साथ ही इस मामले को लेकर कलकत्ता हाई कोर्ट का रुख करने की भी चेतावनी दी.
#WATCH | Sandeshkhali, West Bengal: On being suspended from the state assembly, LoP Suvendu Adhikari says, "... A police officer called Amin ul kicked me with his boot. They did that to the LoP. I will protest for a while, and if they do not rethink their decision, I will move… pic.twitter.com/gzInzqoFdq
— ANI (@ANI) February 15, 2024
छलका शुभेंदु अधिकारी का दर्द
पुलिसकर्मी के हमला करने को लेकर उन्होंने अपना दुख जाहिर करते हुए कहा कि वह पूर्व मंत्री रहे हैं, कई बार विधायक, सांसद, पार्षद रहे हैं. फिलहाल वे नेता प्रतिपक्ष हैं. बावजूद इसके एक पुलिसकर्मी पैर में पहने हुए जूते से मार रहा है. उन्होंने कहा, "मैं पुलिस के साथ इस तरह का बर्ताव पलटवार के तौर पर नहीं करूंगा. अगर हमें संदेशखाली जाने दिया जाता है तो ठीक है, नहीं तो हम कलकत्ता हाई कोर्ट जाएंगे.
क्या है मामला?
संदेशखाली में पिछले हफ्ते बुधवार से सड़कों पर उतरी महिलाओं ने स्थानीय तृणमूल (TMC) नेता शेख शाहजहां और उसके अन्य सहयोगी नेताओं, शिबू हाजरा उत्तम सरदार और अन्य पर सालों तक महिलाओं के यौन उत्पीड़न, गुंडागर्दी, मारपीट और अन्य गंभीर आरोप लगाए हैं. राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम ने मौके पर जाकर पीड़ित महिलाओं से बात की है.
उन्होंने दावा किया है कि पुलिस स्थानीय महिलाओं को उन्हीं तृणमूल नेताओं से समझौता करने की सलाह दे रही है, जिन पर आरोप है. राज्यपाल ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर महिलाओं से बात की है. उन्होंने पूरे हालात को दिल दहलाने वाला करार दिया है और गृह मंत्रालय को एक रिपोर्ट सौंपी है. न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने अपनी रिपोर्ट में इस बात का जिक्र किया है कि संदेशखाली में पुलिस अपराधियों के साथ मिली हुई है.
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