मुंबई: महाराष्ट्र के अमरावती जिले में स्नातक के छात्र ने प्रदेश के शिक्षा मंत्री विनोद तावडे पर उसे उस वक्त गिरफ्तार करने का आदेश देने का आरोप लगाया है जब वह उनके और एक छात्र के बीच की बातचीत की रिकार्डिंग कर रहा था.


छात्र युवराज दबाड ने दावा किया कि कथित आदेश के चलते स्थानीय पुलिस ने उसे कई घंटे तक हिरासत में रखा और उसका स्मार्टफोन भी जब्त कर लिया. बाद में स्मार्ट फोन वापस कर दिया गया. तावडे ने शनिवार को अमरावती में एक कॉलेज में भाषण प्रतियोगिता का उद्घाटन किया था जिसके बाद यह कथित घटना हुई.


कार्यक्रम को संबोधित करने के बाद जब मंत्री जा रहे थे तब पत्रकारिता के कुछ छात्र उनके वाहन के नजदीक आ गये और मुफ्त शिक्षा नीति पर उनकी राय पूछने लगे. कॉलेज के छात्र प्रशांत राठौड़ ने बताया, ‘‘शिक्षा मंत्री विनोद तावडे ने कहा कि यदि मैं शिक्षा का खर्च बरदाश्त नहीं कर सकता तो मुझे कहीं कुछ काम करना शुरू कर देना चाहिए. मेरा उनसे सवाल था कि क्या प्रदेश में मुफ्त शिक्षा नीति हो सकती है.’’


राठौड़ ने शनिवार को अमरावती में संवाददाताओं से बातचीत में बताया कि दाबड उनकी बातचीत की वीडियो रिकार्ड कर रहा था. जब मंत्री ने देखा तो ‘पहले उससे रिेकार्डिंग बंद करने को कहा और बाद में पुलिस को उसे गिरफ्तार करने को कहा.’’


दाबड ने कहा कि उन्होंने रिकार्डिंग करने के आदेश को मानने से मना कर दिया क्योंकि ‘‘तावडे हमारे प्रश्नों का उत्तर नहीं दे रहे थे.’ उन्होंने कहा, ‘‘हम बस उनसे कुछ सवाल कर रहे थे और उनका विचार जानना चाहते थे.’’


दाबड ने कहा, ‘तावडे ने पुलिस को उसे गिरफ्तार करने का आदेश दिया जिसके बाद उसे परिसर से बाहर ले जाया गया और कुछ समय हिरासत में रखा. करीब दो घंटे बाद मेरा फोन मुझे वापस दिया गया.’


इस संबंध में प्रतिक्रिया जानने के लिए मंत्री से कई दफा संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन वह बयान देने के लिए उपलब्ध नहीं हो सके.