भोपाल: मध्यप्रदेश के राजगढ़ में सीएए के समर्थन में बीजेपी नेताओं की रैली के दौरान कलेक्टर एसडीएम से हुई कार्यकर्ताओं के भिड़ंत के खिलाफ बीजेपी प्रदर्शन करेगी. इस प्रदर्शन में पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष राकेश सिंह समेत संगठन के बड़े नेता शामिल होंगे. बीजेपी नेताओं ने प्रशासनिक अधिकारियों पर दुर्व्यवहार और अमानवीय कार्रवाई करने के आरोप लगाए हैं. पार्टी की मांग है कि एसडीएम प्रिया वर्मा और कलेक्टर निधि निवेदिता के खिलाफ एफआइआर दर्ज की जाए.


दरअसल राजगढ़ में धारा 144 लगी होने के बावजूद बीजेपी कार्यकर्ताओं ने नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में रैली निकाली. इस रैली के दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हो गई. इस दरमियान डिप्टी कलेक्टर प्रिया वर्मा ने एक कार्यकर्ता को थप्पड़ जड़ दिया. जिसके बाद मामला और बढ़ गया. भीड़ में से ही किसी प्रदर्शनकारी ने डिप्टी कलेक्टर प्रिया वर्मा के बाल खींच दिए.


बीजेपी ने की एफआईआर दर्ज करने की मांग
बीजेपी ने इस मामले को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की है. इसके विरोध में पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष राकेश सिंह समेत संगठन के बड़े नेता प्रदर्शन करेंगे. वहीं बीजेपी संगठन अब इसी कार्रवाई को अमानवीय और गैर संवैधानिक बताते हुए प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग कर रहा है. बीजेपी नेताओं का कहना है कि, अगर पुलिस एफआईआर नहीं लिखती है तो कोर्ट के माध्यम से हम एफआईआर कराएंगे.


केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता प्रहलाद पटेल ने भोपाल में कहा, "कमलनाथ सरकार की यह कार्रवाई दुर्भाग्यपूर्ण और अमानवीय है. बीजेपी चुप नहीं बैठेगी और मुंहतोड़ जवाब देगी. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने भी इस कार्रवाई का विरोध किया है."


बीजेपी का विरोध तो कांग्रेस कर रही समर्थन
जहां बीजेपी राजगढ़ की कलेक्टर और डिप्टी कलेक्टर का विरोध कर रही है, वहीं कांग्रेस उनके समर्थन में आ गई है. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल समेत कांग्रेस के बड़े नेता कलेक्टर निधि निवेदिता और एसडीएम प्रिया वर्मा के समर्थन में आ गए हैं.


दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कहा, "नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ महिला अफसरों की कार्रवाई काबिले तारीफ है." वहीं पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल ने कहा, "15 साल से बीजेपी की जमी जमाई सरकार थी. इस दौरान नियमों की खुलकर धज्जियां उड़ाई जाती थीं, लेकिन अब प्रदेश में सरकार बदल गई है. नियमों के उल्लंघन करने वालों के खिलाफ इसी तरह सख्त कार्रवाई की जाएगी."


ये भी पढ़ें
दिल्ली चुनाव: AAP के लिए परेशानी बन सकते हैं 6 बागी उम्मीदवार, कांग्रेस की मुश्किलें भी कम नहीं


प्रिया वर्मा: राजगढ़ की डिप्टी कलेक्टर क्यों हैं चर्चाओं में, आखिर इनको लेकर सोशल मीडिया पर क्यों है बवाल