नई दिल्ली: दिल्ली में एक बार फिर धरनों की राजनीति शुरू हो गई है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज लगातार तीसरे दिन अपने मंत्रिमंडल के तीन साथियों के साथ एलजी के दफ्तर में धरने पर बैठे हैं. केजरीवाल के धरने के विरोध में बीजेपी के नेता अरविंद केजरीवाल के दफ्तर में धरने पर बैठ गए हैं. इनमें सांसद प्रवेश वर्मा, विधायक विजेंदर गुप्ता, विधायक मनजिंदर सिरसा और आम आदमी पार्टी के बागी विधायक कपिल मिश्रा मौजूद हैं.


एसी कमरे में बैठकर कहते हैं कि धरना दे रहे हैं: विजेंदर गुप्ता
बीजेपी नेता विजेंदर गुप्ता ने कहा, ''ये एक राजनीतिक प्रपंच है, दिल्ली की सरकार दिल्ली के लिए कोई काम नहीं करना चाहती. दिल्ली में गर्मी से लोग परेशान हैं, लोगों को साफ पानी नहीं मिल रहा है, सीलिंग से भी लोग परेशान हैं. आज सीलिंग को लेकर एक सुनवाई थी जिसमें इनकी ओर से कोई नहीं आया. दिल्ली की जनता परेशान है और ये एसी कमरे में बैठकर कहते हैं कि धरना दे रहे हैं.''


केंद्र का मामले में दखल से इनकार- सूत्र
सूत्रों के मुताबिक एलजी अनिल बैजल ने केजरीवाल के धरने को लेकर केंद्रीय गृहसचिव राजीव गॉबा से मुलाकात की. सूत्रों की माने तो केंद्र ने इसे सिर्फ राजनीतिक नौटंकी करार दिया है. केंद्र यह भी साफ किया वो इस विवाद में दलख नहीं देगा. बता दें कि केजरीवाल सोमवार को अपनी मांगों को लेकर उप राज्यपाल अनिल बैजल से मिलने गए थे. मांगे ना माने जाने पर केजरीवाल एलजी हाउस के वेटिंग रूम में धरने पर बैठ गए. उनके साथ मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन और गोपाल राय मौजूद हैं.


मनीष सिसोदिया ने भी शुरू किया अनिश्चितक़ालीन अनशन
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, ''दिल्ली वालों के कामों में पैदा की जा रही अड़चनों को दूर करवाने के लिए मनीष सिसोदिया जी ने भी अनिश्चितक़ालीन अनशन शुरू किया. सत्येन्दर जी का अनशन जारी है. आज उनके अनशन का दूसरा दिन है.'' एलजी हउस में केजरीवाल के धरने के चलते आस पास के इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया है. एलजी हाउस के बाहर आम आदमी पार्टी के कुछ कार्यकर्ता भी धरने पर बैठे हैं.





कुमार विश्वास का निशाना- 'तमाशे में कथ्य की बातें गायब हैं'
केजरीवाल के धरने पर आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्य कुमार विश्वास ने इशारों-इशारों में निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, ''बाक़ी तो सब है इस तमाशे में , सिर्फ़ ग़ायब हैं कथ्य की बातें ! क्या ग़ज़ब दौर ए बेहयाई है , झूठ के मुँह से सत्य की बातें ?'' कुमार विश्वास पिछले कुछ समय से पार्टी में अलग-अलग थलग चल रहे हैं.


क्या है मांग?
दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार की मांग है कि आईएएस अधिकारियों को ‘हड़ताल’ खत्म करने के निर्देश दिए जाएं और ‘‘चार महीने’’ से काम में रोड़े अटका रहे अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. दिल्‍ली के मुख्‍य सचिव अंशु प्रकाश से कथित तौर पर हुई मारपीट के बाद आईएएस अधिकारी हड़ताल पर चले गए थे. मुख्यमंत्री गरीबों को उनके घरों तक राशन पहुंचाने के लिए सरकार के प्रस्ताव को मंजूरी देने की भी मांग कर रहे हैं. एलजी ने जब इन मांगों को मानने से इनकार कर दिया तो केजरीवाल और उनके साथियों ने एलजी हाउस में धरना शुरू कर दिया.