Karnataka: कर्नाटक में गणेश जी की मूर्ति को पुलिस वैन में बंद करने के मामले पर सियासी संग्राम छिड़ा है. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता लगातार कर्नाटक की कांग्रेस सरकार और मुख्यमंत्री सिद्दारमैया पर निशाना साध रहे हैं. दरअसल, सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हो रही है जिसमें बप्पा की मूर्ति पुलिस वैन में रखी हुई दिखाई दे रही है.
इस मुद्दे पर तेज होती सियासत के बीच बेंगलुरु पुलिस ने सफाई दी है. पुलिस ने कहा, 'विश्व हिंदू परिषद (VHP) के कार्यकर्ता गणेश भगवान की मूर्ति को लेकर प्रोटेस्ट करने के लिए आए थे. चूंकि टाउन हॉल में प्रदर्शन की अनुमति नहीं थी इसीलिए पुलिस ने प्रतिमा को जब्त करते हुए सभी प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया. ये कार्यवाई नियमों के मुताबिक ही की गई है.'
क्या बोले बीजेपी नेता?
बीजेपी नेता बीएल संतोष ने वायरल तस्वीर और गणपति विसर्जन के दौरान हुई दो गुटों की झड़प के मामले में दर्ज हुई एफआईआर के मुद्दे पर कर्नाटक सरकार को घेरा है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर बीएल संतोष ने लिखा, 'पुलिस वैन में गणपति जी की मूर्ति की ये फोटो और कार्यक्रम के आयोजकों को आरोपी के रूप में दिखाने वाली ये एफआईआर देशभर में कांग्रेस को परेशान करेगी, विशेषतौर से कर्नाटक में जहां सिद्दारमैया के नेतृत्व वाली राज्य सरकार वामपंथी उदारवादियों की मर्जी पर चलती है.'
एकनाथ शिंदे का वार
कर्नाटक में गणपति की मूर्ति विवाद में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी कांग्रेस को घेरा. शिंदे ने कहा, 'ये काफी दुर्भाग्यपूर्ण है. गणपति उत्सव को रोककर मूर्ति भी जब्त कर ली. महाराष्ट्र और पूरे देश के लोग कांग्रेस सरकार को करारा जवाब दिए बिना नहीं बैठने वाले.'
'टीपू सुल्तान की विरासत की याद दिलाई'
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता तुहिन सिन्हा ने कर्नाटक सरकार के रवैये पर तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि कर्नाटक के मांड्या में बहुत ही पीड़ादायक तस्वीर आई है. वो बोले कि गणेशोत्सव के दौरान सिद्दारमैया सरकार की ज्यादतियां टीपू सुल्तान की विरासत की याद दिलाती हैं.
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