Delhi Politics: फ्री टेस्ट के एलान पर बीजेपी का आरोप- मोहल्ला क्लिनिक में काम कर रहे स्टाफ को नहीं मिल रही सैलरी
दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने बुधवार (15 दिसंबर) को दिल्ली के मोहल्ला क्लिनिक में कई बिमारियों के कुल 450 टेस्ट मुफ्त कराये जाने की घोषणा की थी. इस पर तंज कसते हुए दिल्ली बीजेपी नेताओं ने तंज कसा है.
Delhi Politics: दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा (Virendra Sachdeva) ने दिल्ली सीएम के मोहल्ला क्लिनिक में 450 टेस्ट मुफ्त कराने की बात को लेकर उनपर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि दिल्ली सीएम ने ये घोषणा की है जिसमे उन्होंने कहा की मोहल्ला क्लिनिक में 450 टेस्ट होंगे. ये सुनने में अच्छा है लेकिन वास्तिक्वता इससे अलग है.
उन्होंने कहा कि वो घोषणा सीएम है और वह जनता की आंख में धूल झोंक रहे हैं. उन्होंने कहा कि पिछले दो महीनों से मोहल्ला क्लिनिक में एक भी टेस्ट नहीं हो पा रहा है. उसका प्रमुख कारण है कि इन टेस्ट में लैब का भुगतान नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि पहले ही यहां पर होने वाले 212 टेस्ट नहीं हो पा रहे हैं तो आगे 450 टेस्ट कैसे होंगे.
क्या बोले दिल्ली बीजेपी के नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी?
दिल्ली बीजेपी के नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में एक हजार मोहल्ला क्लिनिक खोलने की बात कही थी. उन्होंने यहां पर वर्ल्ड क्लास क्लिनिक खोलने की बात की है. लेकिन मनीष सिसोदिया ने जानकारी दी अब तक सिर्फ 520 मोहल्ला क्लिनिक ही खुले हैं और उस क्लिनिक में 72 बंद हो चुके हैं और उनमें भी सिर्फ 212 टेस्ट हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि अब दिल्ली सरकार कह रही है कि वो 450 टेस्ट करवाएंगे लेकिन ज्यादातर मोहल्ला क्लिनिक तो बंद ही हैं.
मोहल्ला क्लिनिक के डॉक्टरों को नहीं मिल रही तनख्वाह
दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधुड़ी ने कहा कि मोहल्ला क्लिनिक के डॉक्टर और स्टाफ को सैलरी नहीं दी गई है. उन्होंने कहा कि सरकार सफाई कर्मचारियों को भी दो हजार रुपए की सैलरी नहीं दे पा रही है. उन्होंने दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल से सवाल पूछते हुए कहा कि सीएम केजरीवाल बताएं कि वह मोहल्ला क्लिनिक के सफाई कर्मचारियों को सैलरी क्यों नहीं दे पा रहे हैं.
मोहल्ला क्लिनिक को लेकर क्या बोले रामवीर सिंह बिधुड़ी?
नेता प्रतिपक्ष ने दिल्ली सरकार पर आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार ने पिछले 7 महीनों से डॉक्टरों ने क्लिनिक में इस्तेमाल होने वाली चीजें जैसे वाई-फाई, टैब, प्रिंटर जैसी चीजें खरीदने की बात कही थी लेकिन उन्होंने उनको पैसे नहीं दिये हैं. पिछले दो महीनो में कोई टेस्ट हुए है या तीन महीनों से कोई सैलरी दी है तो वो जवाब दें. दिल्ली सरकार अपने सरकारी कर्मचारियों को देने के लिए पैसे नहीं है. हम 17 मोहल्ला क्लिनिक गए है वहां डॉक्टर से लेकर कर्मचारियों से बात की है उन्होंने इस बात को कहा है.