Brij Bhushan Sharan Controversy: भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan) के खिलाफ यौन शोषण और मानसिक उत्पीड़न के आरोप लगाने वाले पहलवान दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे हैं. पहलवान चाहते हैं कि भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के मौजूदा अध्यक्ष बर्खास्त किए जाएं और उनके खिलाफ यौन-शोषण मामले में कानूनी कार्रवाई हो. इस बीच कई सियासी दलों के नेता भी प्रदर्शनकारियों के समर्थन में आ चुके हैं.
तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने कसा तंज
इस मामले पर तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने ट्ववीट कर भारतीय जनता पार्टी (BJP) को निशाने पर ले लिया. महुआ मोइत्रा ने बीजेपी की महिला नेताओं की चुप्पी पर सवाल उठाया. मोइत्रा ने कहा, “क्या बीजेपी की महिला ब्रिगेड भी मौन व्रत सप्ताह पर है? बीजेपी सांसद WFI के अध्यक्ष के बारे में महिला पहलवानों की शिकायतों पर बीजेपी की कोई महिला नेता नहीं बोली. मैंने माननीय महिला मंत्रियों और ड्रामेबाजों की एक झंकार नहीं सुनी.”
प्रियंका गांधी बोलीं- खिलाड़ी देश का गौरव हैं
तृणमूल कांग्रेस की महिला नेता से पहले, कांग्रेस की महिला नेता प्रियंका गांधी ने भी इस मामले पर ट्वीट किया था. प्रियंका ने प्रदर्शनकारी पहलवानों के समर्थन में सोशल मीडिया पर लिखा, "हमारे खिलाड़ी देश का गौरव हैं. वे विश्व स्तर पर अपने प्रदर्शन से देश का नाम रोशन करते हैं. इन खिलाड़ियों ने कुश्ती महासंघ और उसके अध्यक्ष पर शोषण के गंभीर आरोप लगाए हैं. इन खिलाड़ियों की आवाज सुनी जानी चाहिए. आरोपों की जांच की जानी चाहिए और उचित कार्रवाई की जानी चाहिए."
हरियाणा के CM ने किया यह ट्वीट
प्रदर्शन कर रहे पहलवानों के समर्थन में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा, "हम उनका मनोबल नहीं टूटने देंगे."
क्या है पूरा विवाद?
राष्ट्रमंडल और एशियाई दोनों खेलों में स्वर्ण जीतने वाली युवा भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगट (Vinesh Phogat) समेत कई पहलवानों ने भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह और कुछ कोचों पर दुर्व्यवहार करने और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के आरोप लगाए हैं. विनेश ने यहां तक कहा कि वे महिला पहलवानों का यौन शोषण भी करते हैं. उन्होंने बृजभूषण शरण सिंह पर लड़कियों का यौन उत्पीड़न करने और टोक्यो ओलंपिक 2020 में हार के बाद "खोटा सिक्का" कहने का भी आरोप लगाया.
इस बीच, कल यानी कि गुरुवार रात प्रदर्शनकारी पहलवानों की केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) के साथ बैठक हुई. उन्होंने सरकार से डब्ल्यूएफआई को तुरंत भंग करने की अपनी मांग से पीछे हटने से इनकार किया. न्यूज एजेंसी पीटीआई ने बताया कि पहलवान दोपहर 1:45 बजे खेल मंत्री से फिर मिलने पहुंचे. खेल मंत्री ने उन्हें न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है.
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