BJP In West Bengal: केंद्र की ओर से शुरू किए गए भाजपा सदस्यता अभियान को भारतीय जनता पार्टी की पश्चिम बंगाल इकाई पूरा नहीं कर पाई है. ऐसे में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने भाजपा से साल 2026 के विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को जोरदार टक्कर देने के लिए एक करिश्माई चेहरा ढूंढने को कहा है.
भाजपा सदस्यता अभियान ने पश्चिम बंगाल और भाजपा के अंदरूनी कलह और कमजोरियों को सामने ला दिया है. वहीं RSS ने प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार और राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी की विफलता पर अपनी नाराजगी भी व्यक्त की. RSS ने कहा कि उन्हें ममता बनर्जी के राजनीतिक करियर के सबक लेना चाहिए और उनके खिलाफ नया चेहरा पेश करना चाहिए.
2026 के पहले लेकर आए नया चेहरा
RSS के गैर आधिकारिक बंगाली मुखपत्र वाली पत्रिका 'स्वस्तिक’ में छपे एक लेख मे कहा गया है कि ममता बनर्जी को वाम मोर्चे के खिलाफ एक विश्वसनीय चेहरा बनने में लगभग दो दशक लग गए, जिसने 1977 से राज्य पर शासन किया था. इसमें कहा गया है कि साल 2021 में भाजपा ने टीएमसी सुप्रीमो के खिलाफ अपना चेहरा- सुवेंदु अधिकारी को पेश किया था, जो अब तक चार साल पूरे कर चुके हैं, लेकिन पश्चिम बंगाल के लोग ममता बनर्जी के खिलाफ एक विश्वसनीय चेहरा चाहते हैं. भाजपा को अपनी अग्नि परीक्षा- 2026 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले एक चेहरा तो खोजना ही होगा.
40 लाख को ही जोड़ पाई भाजपा
बीते शनिवार (4 जनवरी, 2025) तक पश्चिम बंगाल में सिर्फ 40 लाख लोगों को ही जोड़ पाई है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 27 अक्टूबर को कोलकाता यात्रा के दौरान कम से कम एक करोड़ सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा था.
शमिक भट्टाचार्य को सौंपी गई थी सदस्यता अभियान की जिम्मेदारी
राज्यसभा में भाजपा के सदस्य शमिक भट्टाचार्य को पूरे पश्चिम बंगाल में सदस्यता अभियान के समन्वय की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. उन्होंने एक शादी के समारोह में भाग लेने के दौरान दुल्हन को भाजपा की सदस्यता दिलाकर सुर्खियां बटोरीं. वहीं सुकांत मजूमदार ने अभियान को लेकर कहा था कि पार्टी ने राज्य में 40 लाख सदस्य बनाए हैं और 10 जनवरी तक यह संख्या 50 लाख के आंकड़े को पार कर जाएगी.
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