BJP to hold Pasmanda Buddhijeevi Sammelan: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के लखनऊ (Lucknow) में बीजेपी की अल्पसंख्यक शाखा (BJP Minority Wing) रविवार (16 अक्टूबर) को पसमांदा मुस्लिमों (Pasmanda Muslims) का एक सम्मेलन आयोजित करेगी. कार्यक्रम को 'पसमांदा बुद्धिजीवी सम्मेलन' (Pasmanda Buddhijeevi Sammelan) बताया गया है. 


इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक (Brajesh Pathak) इस सम्मेलन में मुख्य अतिथि के तौर पर हिस्सा लेंगे. यूपी सरकार में राज्य मंत्री दानिश आजाद अंसारी (Danish Azad Ansari) भी सम्मेलन में शामिल होंगे. दानिश आजाद अंसारी योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Adityanath Govt) में इकलौते ऐसे मंत्री हैं जो मुस्लिम हैं और पसमांदा समुदाय (Pasmanda Community) से आते हैं.


पीएम मोदी के आह्वान के तीन महीने बाद हो रहा सम्मेलन


यह सम्मेलन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के उस आह्वान के तीन महीने बाद हो रहा है जिसमें उन्होंने पार्टी से सभी वर्गों के वंचित और पिछड़े लोगों तक पहुंच बनाने के लिए कहा था. पीएम मोदी ने हैदराबाद में आयोजित की गई बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में यह बात कही थी.


बीजेपी अल्पसंख्यक शाखा के राष्ट्रीय महासचिव साबिर अली कार्यक्रम में मुख्य वक्ता होंगे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन को बताएंगे. बीजेपी उम्मीद कर रही है कि पसमांदा मुस्लिम समुदाय के एक हजार से ज्यादा बुद्धिजीवी सम्मेलन में शामिल होंगे. सम्मेलन में जिन लोगों को सम्मानित किया जाना है, उनमें जम्मू-कश्मीर से राज्यसभा के लिए मनोनीत किए गए नए सांसद और गुर्जर मुस्लिम समुदाय से बीजेपी नेता गुलाम अली खटाना भी होंगे. पसमांदा मुस्लिमों की आबादी जम्मू-कश्मीर के सबसे दुर्गम क्षेत्रों, पश्चिमी और मध्य उत्तर प्रदेश के अमेठी और रायबरेली लोकसभा क्षेत्रों में बसी है जो कि कम प्रतिनिधित्व वाला समूह है.


बीजेपी अल्पसंख्यक शाखा के प्रदेश अध्यक्ष ने यह कहा


यूपी में बीजेपी अल्पसंख्यक शाखा के प्रदेश अध्यक्ष कुंवर बासित अली ने बताया कि रविवार को होने वाला यह अपनी तरह का पहला कार्यक्रम होगा. उन्होंने कहा कि बीजेपी बुद्धिजीवियों को संबोधित करते हुए बताएगी कि कैसे पीएम मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार और यूपी में योगी आदित्यनाथ सरकार की ओर से शुरू की गई विभिन्न योजनाओं से समुदाय के 4.5 करोड़ से ज्यादा लोग लाभान्वित हुए हैं. उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम समुदाय के साथ संवाद करने का एक प्रमुख मंच होगा.


इतने पसमांदा मुस्लिमों को मिला योजनाओं का लाभ


कुंवर बासित अली की ओर साझा किए गए आंकड़ों के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में तीन करोड़ से ज्यादा पसमांदा मुसलमानों को मुफ्त राशन मिला है, समुदाय के सवा लाख से ज्यादा लोगों को आयुष्मान योजना से जोड़ा गया है, 75 लाख लोगों को प्रधानमंत्री-किसान सम्मान निधि का लाभ मिला है, 40 लाख से ज्यादा लोगों को मुफ्त बिजली कनेक्शन मिले हैं और 20 लाख से ज्यादा लोगों को घर आदि मिले हैं. सम्मेलन में समुदाय के नेताओं को लोगों के सामने आने वाली समस्याओं को साझा करने के लिए कहा जाएगा.


इस चुनाव में पसमांदा मुस्लिमों को मिल सकता है टिकट


अली ने कहा, “हम विचार करेंगे कि शहरी स्थानीय निकाय चुनाव और लोकसभा चुनाव से पहले पसमांदा मुसलमानों को बीजेपी के करीब कैसे लाया जाए. पार्टी शहरी स्थानीय निकाय चुनाव में समुदाय के लोगों को भी टिकट देगी.''  शहरी स्थानीय निकाय के चुनाव इस साल के अंत तक होने की संभावना है.


बीजेपी की अल्पसंख्यक शाखा ने राज्यभर के ऐसे 44 हजार मतदान केंद्रों की पहचान की है जहां पसमांदा मुसलमानों की एक महत्वपूर्ण आबादी रहती है और इन जगहों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा. पार्टी की ओर से ऐसे प्रत्येक बूथ में पसमांदा मुस्लिम समुदाय के कम से कम सौ लाभार्थियों से बात करने का लक्ष्य रखा गया है.


मुस्लिमों की पिछडी जातियां


एक पसमांदा नेता के मुताबिक, मुस्लिम समुदायों के हिस्से के रूप में कई ऐसी जातियों की पहचान की गई है जो बाकी की तुलना में सामाजिक, शैक्षणिक और आर्थिक रूप से पिछड़ी हैं. इनमें अंसारी, मंसूरी, कासगर, रायन, गुजर, घोसी, कुरैशी, इदरीसी, नाइक, फकीर, सैफी, अल्वी और सलमानी शामिल हैं.
 
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