बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय को जमानत मिली, भोपाल स्पेशल कोर्ट ने दी राहत
जर्जर भवन ढहाने की मुहिम के दौरान विवाद के बाद बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय ने बुधवार को इन्दौर में नगर निगम के एक भवन निरीक्षक को कथित तौर पर क्रिकेट के बैट से पीट दिया था.
नई दिल्लीः बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे और इंदौर-3 से विधायक आकाश विजयवर्गीय को जमानत मिल गई है. आकाश विजयवर्गीय को 20-20 हजार के मुचलके पर जमानत दी गई है. भोपाल की विशेष अदालत ने कुल दो मामलों में गिरफ्तार बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय की जमानत अर्जी पर सुनवाई करते हुए ये आदेश दिया है.
आकाश विजयवर्गीय पर दो मामले दर्ज थे जिनमें से एक मामला इन्दौर नगर निगम के एक अधिकारी को क्रिकेट बैट से कथित तौर पर पीटने का था. वहीं दूसरा मामला बिना इजाजत विरोध प्रदर्शन करने का था. दोनों ही मामलों में आकाश विजयवर्गीय को जमानत मिल गई है.
विधायक विजयवर्गीय के वकील पुष्यमित्र भार्गव ने बताया कि भोपाल की विशेष अदालत के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश सुरेश सिंह ने आकाश विजयवर्गीय की जमानत अर्जी पर आज सुनवाई के बाद दोनों मामलों में उन्हें 20-20 हजार रुपये के मुचलके पर जमानत पर रिहा करने के आदेश दिए हैं.
गौरतलब है कि इन्दौर के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश ने आकाश विजयवर्गीय की जमानत याचिका गुरुवार को खारिज कर दी थी. उन्हें सलाह दी थी कि इस हेतु वह प्रदेश के सांसदों और विधायकों के मामलों की सुनवाई के लिये निर्धारित की गई भोपाल की विशेष अदालत में अपील करें. इसके बाद आकाश के वकीलों ने शुक्रवार को उनकी जमानत के लिये भोपाल की विशेष अदालत का रुख किया.
ये है मामला
इंदौर शहर के गंजी कम्पाउंड क्षेत्र में एक जर्जर भवन ढहाने की मुहिम के दौरान बुधवार को बड़े विवाद के बाद बीजेपी विधायक ने नगर निगम के भवन निरीक्षक को क्रिकेट के बल्ले से पीट दिया था. आकाश (34) बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे हैं और नवंबर 2018 के विधानसभा चुनाव में इन्दौर-3 विधानसभा सीट से जीतकर पहली बार विधायक बने हैं. क्रिकेट बैट से कथित पिटाई मामले में पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद आकाश को बुधवार को इन्दौर के एक प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट (जेएमएफसी) के सामने पेश किया था. अदालत ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद बीजेपी विधायक की जमानत याचिका खारिज कर दी और उसे 11 जुलाई तक न्यायिक हिरासत के तहत जेल भेज दिया. इसके बाद पुलिस द्वारा न्यायिक हिरासत के तहत इन्दौर की जेल में बंद बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ का पुतला जलाने के पुराने मामले में गुरुवार को औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया गया.