गोरखपुर: सीएए को लेकर देश भर में जगह-जगह प्रदर्शन हो रहा है. इसी को लेकर 19 जनवरी को मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ गोरखपुर के महाराणा प्रताप इंटर कॉलेज में जनसभा करेंगे. वहीं बीजेपी के विधायक डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल अपने विधानसभा इलाके के मुसलमानों को समझा रहे हैं कि सीएए कानून नागरिकता देने का कानून है. किसी को देश से निकालने का कानून नहीं है. उन्‍होंने मुसलमानों को विश्‍वास दिलाया है कि अगर उनके इलाके के किसी भी मुसलमान को देश से निकाला गया तो वह अपना पद छोड़ देंगे.


गोरखपुर शहर विधानसभा इलाके से लगातार चार बार से विधायक डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल ने बताया कि वह अपने विधानसभा इलाके के मुसलमानों के पास जा रहे हैं. साथ ही उन्‍हें इस बात के लिए आश्‍वस्‍त कर रहे हैं कि सीएए नागरिकता देने का कानून है. उन्‍होंने कहा कि मुस्लिम लोग समाज का ही हिस्सा हैं. हमें मुस्लिम समाज के बीच में जाकर इस भ्रम को दूर करना चाहिए.


उन्‍होंने कहा, '' मुसलमानों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है. वो भी भारत के नागरिक हैं. उन्हे भी पीड़ा हो सकती है. मैं जनप्रतिनिधि हूं. मुझे उनकी पीड़ा सुननी भी चाहिए. 1947 में देश का बंटवारा हुआ. जो मुसलमान भारत के बंटवारे के समर्थक नहीं थे वह भारत में रह गए. मजहब के नाम पर बंटवारा किया गया था.''


अग्रवाल ने नारे के बारे में बताते हुए कहा, '' नारे भी ऐसे-ऐसे लगाए जा रहे हैं, '' हंस के लिया है पाकिस्‍तान, लड़कर लेंगे हिन्‍दुस्‍तान ''. मुस्लिम समाज को कुछ लोग गलत जानकारी दे रहे हैं कि सीएए आ गया है, उससे तुम लोगों को इस देश से बाहर निकाल दिया जाएगा. ये तुम्‍हें इस देश से बाहर करने की साजिश है. यही वजह है कि जनप्रतिनिधि होने नाते मैं मुस्लिम तबके के लोगों के पास जाकर उन्‍हें सीएए कानून के बारे में जागरुक कर रहा हूं."


अग्रवाल ने पुराना गोरखपुर, जाहिदाबाद, वजीराबाद, दशहरीबाग के मुस्लिम बहुल महोल्लों में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर जनसंपर्क कर लोगों के भ्रम को दूर किया. वहीं जाहिदाबाद के रहने वाले एयू अंसारी ने बताया कि विधायक डॉ. राधामोहन दास अग्रवाल ने सीएए के बारे में मुस्लिम समाज के लोगों को जागरुक किया. अंसारी ने कहा कि सीएए को लेकर उनके मन में कोई भ्रम नहीं है.


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