नई दिल्लीः दिल्ली विधानसभा के मानसून सत्र का पहला दिन जबरदस्त हंगामे वाला रहा. ये हंगामा उस वक्त शुरू हुआ जब बीजेपी विधायक ओम प्रकाश शर्मा ने सदन में आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्ला खान के लिए अपत्तिजनक शब्द का इस्तेमाल किया. सदन में कहे गए इस शब्द को कार्यवाही से हटाते हुए स्पीकर ने इस मामले की जांच विशेषाधिकार कमेटी को भेज दी और रिपोर्ट मांगी है.


दरअसल, विश्वास नगर से विधायक ओपी शर्मा अपने क्षेत्र में पानी की किल्लत पर सदन में बोल रहे थे तभी ओखला से आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्ला खान ने ओपी शर्मा की बात से असहमति जताई, इससे भड़क उठे ओपी शर्मा ने अमानतुल्ला खान के लिए आपत्तिजनक शब्द का इस्तेमाल कर डाला. इसके बाद स्पीकर राम निवास गोयल ने सदन की कार्यवाही से इस शब्द को हटाने के आदेश दिए. इस पूरे मामले को जांच के लिए सौंपते हुए स्पीकर ने कहा, ' बीजेपी एमएलए के द्वारा 'आपत्तिजनक' शब्द का इस्तेमाल हाउस में किया गया. इस मामले को विशेषाधिकार कमेटी को जांच के लिए सौंपा गया है और इसपर जल्द से जल्द रिपोर्ट मांगी गई है.'


'ये बीजेपी की देश को धर्म पर बांटने वाली सोच है'
इस विवाद पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शर्मा और बीजेपी को निशाना साधते हुए कहा, भाजपा विधायक को देखिए-शर्मनाक...भाजपा भारत को हिंदू मुसलमान में बाँटना चाहती है. यही पाकिस्तान चाहता है. भाजपा पाक के मंसूबे पूरे काम कर रही है. मोदी जी नवाज़ शरीफ़ से मिलने पाक क्यों गए, ISI को पठानकोट में जाँच के लिए क्यों बुलाया? भाजपा और पाकियों के क्या गुपचुप रिश्ते हैं?


वहीं, अमानतुल्ला खान ने दावा किया कि इस तरह के आपत्तिजनक शब्द का इस्तेमाल मेरे लिए तीन साल पहले 2015 में किया जा चुका है.


'मैंने आतंकी शब्द का इस्तेमाल किया और आगे भी करूंगा'
विश्वास नगर के विधायक ओपी शर्मा ने इस पूरे आरोप पर कहा, ' मुझे केजरीवाल से देशभक्ति के सर्टिफिकेट की जरुरत नहीं. जो सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाते हैं और जेएनयू में एंटी नेशनल नारे लगाने वालों के साथ हों वो मुझे देशभक्ति ना सिखाएं. मैंने 'आतंकवादी' शब्द का इस्तेमाल किया और आगे भी करुंगा. जब मैं बोल रहा था तो वो चिल्ला रहे थे और सदन में आतंक का माहौल बना रहे थे. क्या ये एक प्रकार का आतंकवाद नहीं है.'


उन्होंने खान पर आरोप लगाते हुए कहा, ' मैं पानी और सीवर को लेकर सदन में अपनी बात रख रहा था लेकिन वो मुझे चिल्ला कर चुप कराना चाह रहे थे'


जल मंत्रालय मुख्यमंत्री केजरीवाल के पास है और सदन की कार्यवाही में शर्मा अपने विधानसभा क्षेत्र में पानी की परेशानी पर बोल रहे थे. इस पर अमानतुल्ला खान ने कहा कि ऐसा अधिकारियों के सहयोग ना करने के कारण हो रहा है. इसके बाद ओपी शर्मा और अमानतुल्ला खान के बीच बहस बढ़ती चली गई और इस दौरान शर्मा ने उनके लिए आपत्तिजनक शब्द का इस्तेमाल किया. विवाद बढ़ता देख स्पीकर ने सदन की कार्यवाही 30 मिनट के लिए स्थगित कर दी.


इससे पहले भी विवाद बयान दे चुके हैं शर्मा
ये पहली बार नहीं है जब ओपी शर्मा अपने बयान को लेकर घिरे हैं. इससे पहले साल 2016 में शर्मा को चांदनी चौक से 'आप' की विधायक अल्का लांबा पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के लिए दो सेशन से निलंबित कर दिया गया था. उन्हें पटिलाया कोर्ट के सामने एक पत्रकार पर हमला करने के मामले में गिरफ्तार भी किया जा चुका है.