नई दिल्ली: मंदसौर में सात साल की बच्ची के साथ दरिंदगी को लेकर पूरे देश में आक्रोश है. बच्ची इस वक्त आईसीयू में हैं, बच्ची की सलामती को लेकर पूरे देश में दुआ हो रही है. चारों ओर आरोपियों को फांसी देने की मांग हो रही है. इस बीच पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे बीजेपी विधायक सुदर्शन गुप्ता ने आपत्तिजनक बयान दिया. बयान की चारों तरफ से आलोचना होने के बाद अब विधायक सुदर्शन गुप्ता ने अपने बयान के लिए माफी मांग ली है.


माफी मांगते हुए सुदर्शन गुप्ता ने कहा, ''मंदौर में बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म से हम सब दुखी और व्यथित हैं. एम वाय अस्पताल में मेरी बात को प्रस्तुत करने के दौरान नजरिया बदल दिया गया. मेरी बात से अगर किसी की भी भावना आहत हुई हों तो मैं गहरा दुख व्यक्त करता हूं. इस घटना के प्रति मेरी और पूरी भारतीय जनता पार्टी सरकार की गहरी संवेदना है. इस जघन्य अपराध के खिलाफ हम साथ हैं, हम सरकार से अपील करते हैं कि अपराधी को कड़ी से कड़ी से सजा दी जाए.''


क्या कहा था एमएलए सुदर्शन गुप्ता ने?
दरअसल कल मंदसौर नीमच के बीजेपी सांसद सुधीर गुप्ता बच्ची के परिवार से मिलने इंदौर के अस्पताल पहुंचे थे. सांसद के साथ इंदौर के बीजेपी विधायक सुदर्शन गुप्ता भी मौजूद थे. मुलाकात के दौरान पीड़ित परिवार से सुदर्शन गुप्ता ने बेहद शर्मनाक लहजे में कहा, ''सांसद जी का धन्यवाद दीजिए कि वो स्पेशल आपसे मिलने के लिए आए हैं.''


बीजेपी प्रदेश उपाध्यक्ष भी हैं सुदर्शन गुप्ता
सुदर्शन गुप्ता ने तो माफी मांग ली है लेकिन सांसद सुधीर गुप्ता की ओर से अभी तक कोई बयान नहीं आया है. सुदर्शन गुप्ता मध्य प्रदेश के बीजेपी उपाध्यक्ष और इंदौर विधानसभा क्षेत्र क्रमांक एक से विधायक हैं.


स्कूल से अगवा की गई थी बच्ची
गौरतलब है कि मंदसौर में 26 जून को छुट्टी के बाद स्कूल के बाहर से नाबालिग बच्ची का अपहरण करके उसके साथ बलात्कार कर उसे जान से मारने की कोशिश करते हुए उसे झाड़ियों में फेंक दिया गया था. इस मामले में पुलिस ने अब तक दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार किये गये पहले आरोपी इरफान को गुरुवार शाम को अजाक थाने में बनाई गई स्पेशल कोर्ट ने 2 जुलाई तक की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है. जबकि दूसरे आरोपी आसिफ को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार किया है.


आरोपी को फांसी हो, कब्रिस्तान में नहीं दफनाएंगे- मुस्लिम समाज
घटना के बाद मंदसौर में लोग आक्रोशित हैं. मुस्लिम समाज की आक्रोशित महिलाओं ने आरोपी को फांसी की सजा दिया जाने के बाद उसे कब्रिस्तान में ना दफन किए जाने की बात कही है. उधर घटना से आक्रोशित शहर के बार एसोसिएशन ने यह फैसला किया है कि आरोपी की तरफ से मंदसौर का कोई भी वकील पैरवी नहीं करेगा.