नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में जीत कर आए बीजेपी के 77 विधायकों को केंद्रीय अर्धसैनिक बल की सुरक्षा मुहैया करायी जाएगी. ये जानकारी एक अधिकारी ने दी है. उन्होंने कहा कि विधायकों की सुरक्षा में CISF और CRPF के सशस्त्र कमांडो तैनात रहेंगे.
अधिकारी ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों द्वारा तैयार की गई एक रिपोर्ट और हाल ही में बंगाल भेजी गई टीम के इनपुट के आधार पर यह फैसला लिया है. बता दें कि 2 मई को चुनाव नतीजों के बाद पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक टीम पश्चिम बंगाल भेजी थी. बीजेपी का आरोप है कि टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने उनके कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया.
वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के मुताबिक, चुनाव बाद हुई हिंसा में 16 लोगों की मौत हुई थी. उन्होंने कहा था कि इस दौरान राज्य की सुरक्षा की जिम्मेदारी चुनाव आयोग के पास थी.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि 61 विधायकों को न्यूनतम ‘एक्स’ श्रेणी की सुरक्षा दी जाएगी और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के कमांडो तैनात किए जाएंगे.
बाकी के सभी विधायकों को 'वाई' कैटगरी की सुरक्षा दी जाएगी. अधिकारी ने कहा कि विपक्ष के नेता और नंदीग्राम से विधायक शुभेंदु अधिकारी पहले से ही केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 'जेड' कैटगरी की सुरक्षा में हैं.
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में टीएमसी ने 292 सीटों में 213 सीटों पर जीत दर्ज की है और बीजेपी ने 77 सीटों पर कब्जा जमाया है. पहली बार है जब बीजेपी राज्य में मुख्य विपक्षी पार्टी बनकर उभरी है.
शुभेंदु अधिकारी बने पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता, बीजेपी की बैठक में लिया गया फैसला