नई दिल्ली: बीजेपी सांसद हेमा मालिनी ने आज लोकसभा में उनके चुनावी क्षेत्र मथुरा के वृंदावन मंदिर में बंदरों के आतंक का मामला उठाया. हेमा मालिनी ने मामला उठाते वक्त कहा कि ये कोई मजाक का मुद्दा नहीं है बल्कि गंभीर विषय है. हेमा ने कहा कि वृंदावन के मंदिर और उसके आसपास बंदरों का बहुत आतंक है जिसका संज्ञान लिया जाना चाहिए.


हेमा मालिनी ने मामला उठाते हुए कहा कि वृंदावन में देश-विदेश से पर्यटक आते हैं जो वहां घूम रहे बंदरों को खाना और जूस पिलाते हैं जिससे बंदरों की तबियत खराब होती है और वो खूंखार हो जाते हैं, जिसके बाद वो लोगों को काटते हैं और इसकी वजह से कुछ लोग की जान भी चली गई. हेमा मालिनी ने मांग की कि इसका तुरंत संज्ञान लेके निवारण के लिए कदम उठाये जाने चाहिए.


हेमा मालिनी की इस बात पर उसका समर्थन करते हुए लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के सांसद चिराग पासवान ने भी सदन में कहा कि खुद नई दिल्ली के लुटियंस इलाके में जहां मंत्रियों और सांसदों के बंगले हैं, वहां बंदरों का बहुत आतंक है. चिराग पासवान ने कहा कि खुद उनके घर के प्रांगण में इतने बंदर आते हैं कि उन्हें भी डर लगता है. चिराग ने कहा कि ऐसा जंगलों के काटे जाने की वजह से हो रहा है. लिहाजा जंगलों के संरक्षण के लिए उचित कदम उठाए जाने चाहिए ताकि बंदर जंगलों में रह सकें और शहरों की तरफ भागने को मजबूर न हों.


तृणमूल कांग्रेस के सांसद सुदीप बंदोपाध्याय ने भी हेमा मालिनी की बात का समर्थन किया और कहा कि देश के कई मंदिरों में बंदरों का आतंक है और इसका समाधान किया जाना चाहिए.


GST कंपनसेशन को लेकर केंद्र और राज्यों में तकरार, जानें क्या है पूरा मामला