बीजेपी सांसद किरीट सोमैया का आरोप, महाराष्ट्र सरकार कोरोना को छोड़कर दूसरे कामों में व्यस्त है
महाराष्ट्र में कोविड-19 के केस बढ़कर 10 लाख 15 हजार 681 हो गए हैं. इनमें से 7 लाख 15 हजार 23 मरीज इलाज के बाद डिस्चार्ज किए जा चुके हैं. राज्य में एक्टिव केस की संख्या 2 लाख 71 हजार 566 है और अब तक कुल 28 हजार 724 लोगों की मौत हो चुकी है.
मुंबई: महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 10 लाख के आंकड़े को पार कर गई. कल राज्य में 24 हजार 886 नए मामले सामने आए हैं. ये एक दिन में आने वाले अब तक सबसे अधिक मामला है. इसके साथ ही इस वायरस से 393 और मरीजों की मौत हुई है.
सुशांत राजपूत और कंगना रनौत जैसे मामलों में व्यस्त है महाराष्ट्र सरकार
बीजेपी सांसद किरीट सोमैया का आरोप है कि महाराष्ट्र सरकार सुशांत राजपूत और कंगना रनौत जैसे मामलों में व्यस्त नजर आ रही है जिसका परिणाम यह है कि महाराष्ट्र में कोरोना का संकट कम होने की बजाय और बढ़ता जा रहा है. उन्होंने कहा कि अस्पतालों की व्यवस्था चरमरा रही है और महाराष्ट्र सरकार कोरोना को छोड़कर दूसरे कामों में व्यस्त है.
किरीट सोमैया ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने करीब 75 प्राइवेट अस्पतालों में कोविड का इलाज करने पर प्रतिबंध लगा दिया है. ऐसे में दिक्कतें और खड़ी हो रही हैं.
मुंबई में प्राइवेट अस्पतालों को लेकर महाराष्ट्र सरकार का और बीएमसी का रवैया क्या है
कई महीनों से कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे मेडिकल एसोसिएशन के सदस्य दीपक वैद्य के मुताबिक महाराज सरकार प्राइवेट अस्पतालों के डॉक्टरों से ठीक तरह से सामंजस्य नहीं बना पा रही है. महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना का इलाज करने के लिए ऐसे अस्पतालों को को भी अस्पताल बनाया जिनमें कोई सुविधा ही नहीं थी और ना ही डॉक्टर. कोरोना संकत में प्राइवेट अस्पतालों डॉक्टरों और सरकार के बीच सही तालमेल नहीं दिखा.
दीपक वैद्य के मुताबिक सरकारी अफसरों में भी कोरोना को लेकर लापरवाही दिख रही है वह मास्क लगाने में कोताही बरत रहे हैं जिसका असर जनता पर पड़ रहा है यह खतरनाक साबित हो सकता है.
महाराष्ट्र में कोरोना के मामले 10 लाख के पार
बता दें कि महाराष्ट्र में इस वक्त कोरोना के मामले10 लाख के ऊपर पहुंच चुके हैं.जिसमे 2 लाख 60 हज़ार से ज्यादा एक्टिव केस हैं.करीब 28 हज़ार लोगो की मौत हो चुकी है.मुंबई में 1 हफ्ते के अंदर 10,000 से ज्यादा नए कोरोना के मामले आ चुके हैं. इसके बावजूद मुंबई की सड़कों पर भीड़ है बगैर मास के लोग दिख रहे हैं और प्रशासन लापरवाह है.
15 सितंबर से मुंबई महानगरपालिका अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ते हुए अब मेरा परिवार मेरी जवाबदारी नामक मुहिम चलाने जा रही है, इसका मतलब शायद यही है की कोरोना से लड़ने की जिम्मेदारी लोग अब खुद उठाये. अब कोई जवाबदेही नहीं लेगी.
दिल्ली मेट्रो के सभी रूट्स पर आज से शुरू हुई सेवाएं, यहां जानें- नए नियम और टाइमटेबल से लेकर सबकुछ खुशखबरी: आज से देशभर में चलेंगी 80 नई स्पेशल ट्रेनें, सफर से पहले जान लें क्या हैं नए नियम...