Bhabanipur By-poll: क्यों भवानीपुर में BJP के लिए प्रचार नहीं कर रही हैं लॉकेट चटर्जी? टीएमसी नेता के दावों के बाद सांसद ने खुद बताया
Bhabanipur By-poll: भवानीपुर में मुख्मंत्री ममता बनर्जी अपनी किस्मत आजमा रही हैं. विधानसभा चुनाव के दौरान ममता बनर्जी नंदीग्राम में बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी से हार गयी थीं.
Bhabanipur By-poll: बीजेपी सांसद लॉकेट चटर्जी की पार्टी से नाराजगी और उनके अगले कदमों को लेकर अटकलबाजी का बाजार गर्म है. इस बीच, टीएमसी महासचिव कुणाल घोष ने दावा किया है कि लॉकेट चटर्जी ने भवानीपुर में बीजेपी के लिए प्रचार करने से इनकार कर दिया है. कुणाल घोष ने उन्हें धन्यवाद भी दिया. इसके बाद, लॉकेट चटर्जी ने अपनी तरफ से सफाई देते हुए इसे फेक न्यूज़ करार दिया है.
ममता के लिए चुनाव संदेहास्पद
बीजेपी सांसद ने ट्वीट करते हुए कहा- “बीजेपी चुनाव प्रभारी के तौर पर मैं उत्तराखंड पर ध्यान केन्द्रित कर रही हूं. वहां पर दिलीप घोष और शुभेंदु अधिकारी जैसे स्टार कैंपेनर्स भवानीपुर उपचुनाव के लिए प्रचार कर रहे हैं. ममता बनर्जी के लिए चुनाव संदेहास्पद है. इसलिए इस तरह की फर्जी न्यूज़ फैलाई जा रही है.”
I'm focusing on Uttarakhand as BJP's election in-charge. There are star campaigners like Dilip Ghosh & Suvendu Adhikari for Bhabanipore by-polls. This election is doubtful for Mamata Banerjee. This is why this fake news is surfacing:BJP MP Locket Chatterjee on Kunal Ghosh's tweet pic.twitter.com/jCGYd158QI
— ANI (@ANI) September 27, 2021
कुणाल घोष ने क्या कहा?
कुणाल घोष ने कहा था, ''भवानीपुर में चुनाव प्रचार नहीं करने के लिए स्टार प्रचारक लॉकेट चटर्जी को धन्यवाद और बधाई. भाजपा के कई बार अनुरोध करने के बाद भी आप नहीं गईं. एक मित्र के रूप में आप जहां भी हों, आपकी सफलता की कामना करते हैं. दुनिया बहुत छोटी है. आशा है कि वे दिन फिर से लौटेंगे जब आपने अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत की थी.''
ममता बनर्जी के लिए चुनाव जीतना जरूरी
भवानीपुर में मुख्मंत्री ममता बनर्जी अपनी किस्मत आजमा रही हैं. विधानसभा चुनाव के दौरान ममता बनर्जी नंदीग्राम में बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी से हार गयी थीं. पश्चिम बंगाल की भवानीपुर सीट पर हो रहे उपचुनाव से ममता बनर्जी को राज्य विधानसभा की सदस्य बने रहने का मौका मिलेगा. अगर उन्हें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बने रहना है तो उन्हें 5 नवंबर के भीतर किसी भी विधानसभा सीट से जीतना होगा.
जानकारी के मुताबिक कई कारणों से लॉकेट चटर्जी पार्टी में ख़ुद को अलग-थलग महसूस कर रही हैं. वो बंगाल में बीजेपी महिला मोर्चा की प्रमुख थीं, लेकिन उनको हटाकर अग्निमित्रा पॉल को महिला मोर्चे की ज़िम्मेदारी दे दी गई. मोदी कैबिनेट के विस्तार में भी जगह नहीं मिलने के कारण लॉकेट नाराज़ हैं. इसके साथ ही सांसद होने के बावजूद उन्हें विधानसभा चुनाव में उतारने के फ़ैसले से लॉकेट ख़ुश नहीं हैं. इस पूरे मामले पर अभी तक लॉकेट चटर्जी की प्रतिक्रिया नहीं आया है. बता दें कि बीजेपी ने लॉकेट चटर्जी को हाल ही में उत्तराखंड चुनाव के लिए सह प्रभारी बनाया है.
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