Nishikant Dubey On Mark Zuckerberg: बीजेपी सांसद और संचार और सूचना प्रौद्योगिकी संबंधी समिति के अध्यक्ष निधिकांत दुबे ने मंगलवार (14 जनवरी, 2025) को कहा कि उनकी टीम जल्द ही मेटा, सीईओ मार्क जुकरबर्ग के कोविड महामारी के बाद मौजूदा सरकारों के चुनाव हारने संबंधी बयान पर तलब करेगी. उन्होंने इसे भारत विरोधी बयान बताया.


उन्होंने कहा कि 20 से 24 जनवरी के बीच कमिटी के सामने मेटा के लोगों को पेश होना होगा. भारत को लेकर जुकरबर्ग का बयान गलत है. भारत विरोधी है. 20 जनवरी से 24 जनवरी के बीच हम मेटा के लोगों को बुलाएंगे. संसदीय कमिटी के सामने मेटा के लोगों को माफी मांगनी पड़ेगी, नहीं तो जो भी कारवाई होगी करेंगे. मार्क जुकरबर्ग ने कोविड को लेकर बयान दिया था जिसमें भारत का भी जिक्र था. 


अश्विनी वैष्णव ने भी मार्क जुकरबर्ग को लिया निशाने पर


वहीं, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसे तथ्यात्मक रूप से गलत बयान बताया और इसका खंडन किया. उन्होंने कहा, “800 मिलियन लोगों के लिए मुफ्त भोजन, 2.2 बिलियन मुफ्त टीके और कोविड के दौरान दुनिया भर के देशों को सहायता से लेकर भारत को सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था के रूप में आगे बढ़ाने तक, पीएम मोदी की निर्णायक तीसरी बार की जीत सुशासन और जनता के विश्वास का प्रमाण है.” 






क्यों निशाने पर आए मार्क जुकरबर्ग 


मेटा प्लेटफॉर्म के सीईओ जुकरबर्ग ने पॉडकास्ट इंटरव्यू में यह दावा करके विवाद खड़ा कर दिया कि भारत सरकार कोविड के प्रति अपनी कमजोर प्रतिक्रिया के कारण 2024 में चुनाव हार गई. वैष्णव ने मेटा के फेसबुक प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करके जुकरबर्ग पर गलत सूचना फैलाने का आरोप लगाया. केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने मेटा को एक्स और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर टैग करते हुए कहा, "खुद जुकरबर्ग से गलत सूचना देखना निराशाजनक है. आइए तथ्यों और विश्वसनीयता को बनाए रखें."


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