BJP ने राहुल गांधी को घेरा, निशिकांत दुबे बोले- सांसद को आतंकी कहना गांधी हत्या से भी बदतर
आज सदन में अपने बयान पर माफी मांगते हुए साध्वी प्रज्ञा ने कहा- मेरे बयान को तोड़ मरोड़कर पेश किया गया है. इससे पहले साध्वी प्रज्ञा को आज सुबह बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने तलब किया था.
नई दिल्ली: नाथूराम गोडसे पर दिए विवादित बयान को लेकर बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने आज लोकसभा में खेद जताते हुए माफी मांग ली. विपक्षी साध्वी प्रज्ञा की माफी के बाद भी सदन को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए उनके निलंबन की मांग कर रहा है. इस बीच बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे के बयान ने एक नए विवाद को हवा दे दी है. निशिकांत दुबे ने कहा है कि संसद सदस्य को आतंकवादी कहना महात्मा गांधी की हत्या से भी बदतर है. बता दें कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने प्रज्ञा ठाकुर की आलोचना करते हुए उन्हें ट्विटर पर आतंकवादी कहा था.
निशिकांत दुबे ने लोकसभा में क्या कहा ? निशिकांत दुबे ने कहा, ''इस सदन के सदस्य राहुल गांधी जी ने इस सदन की सदस्य प्रज्ञा ठाकुर जी के लिए जो आतंकवाद शब्द का प्रयोग किया वो संसद की कार्यवाही के नियम 222 में विशेषाधिकार हनन का मामला बनता है. मेरा आग्रह है कि राहुल गांधी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाया जाए और उनके ऊपर कार्रवाई होनी चाहिए.''
उन्होंने कहा, ''सदन के सदस्य को आतंकवादी कहना उतना ही गलत है, उतना ही घटिया है और एक महिला के लिए ऐसे शब्द प्रयोग कपने के लिए कांग्रेस पार्टी को माफी मांगनी चाहिए. राहुल गांधी जी को इस सदन में आकर माफी मांगनी चाहिए. इस सदन के सदस्य को आतंकवादी कहना महात्मा गांधी की हत्या से भी बदतर है.''
राहुल गांधी ने क्या ट्वीट किया था? लोकसभा में नाथूराम गोडसे पर दिए साध्वी प्रज्ञा के बयान की आलोचना करते हुए राहुल गांधी ने उन्हें आतंकवादी कहा था. राहुल गांधी ने ट्वीट किया था, ''आतंकी प्रज्ञा ने आतंकी गोडसे को एक देशभक्त कहा है. यह भारतीय संसद के इतिहास में एक दुखदायी दिन है.'' इसके साथ ही राहुल गांधी ने मीडिया से कहा था कि प्रज्ञा ठाकुर जो बोल रही हैं वह बीजेपी और आरएसएस की आत्मा है. मैं क्या कह सकता हूं, यह कोई छुपा हुआ नहीं है.
प्रज्ञा ठाकुर ने की राहुल गांधी की आलोचना ? नाथूराम गोडसे पर दिए बयान पर माफी मांगते हुए साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने बिना नाम लिए पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को निशाने पर लिया. साध्वी प्रज्ञा ने कहा, ''एक सदस्य ने मुझे आतंकी कहा है. कोर्ट में मेरे खिलाफ कोई आरोप साबित नहीं हुआ है. इसके बावजूद मुझे आतंकी कहना गैरकानूनी है. यह एक महिला, एक संन्यासी और एक सांसद का अपमान है.''