बीजेपी सांसद डॉ. निशिकांत दुबे ने कहा कि मैं संथाल परगना से आता हूं. साल 2000 में आदिवासियों की जनसंख्या संथाल परगना में 36 फीसद थी और आज 26 फीसदी रह गई है. ऐसे में 10 फीसदी आदिवासी कहां गायब हो गए? इसके बारे में कभी भी यह सदन चिंता की बात नहीं करता है. वह केवल वोट बैंक की राजनीति करता है. सांसद ने कहा कि हमारे यहां झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस की गठबंधन की सरकार है. इसके बावजूद एक्शन नहीं लिया जा रहा है. 


'बांग्लादेश की घुसपैठ झारखंड में लगातार बढ़ रही'


बीजेपी सांसद डॉ. निशिकांत दुबे ने आगे कहा कि आज बांग्लादेश से झारखंड में लगातार घुसपैठ हो रही है, जो आदिवासी महिलाएं उनके साथ बांग्लादेशी घुसपैठियों से शादी कर रही है. वे चाहे हिंदू और मुसलमान हो. वे हमारे यहां से महिला आदिवासी कोटे से लोकसभा का चुनाव लड़ती हैं. जबकि, उनके पति मुसलमान हैं. उन्होंने कहा कि हमारे यहां जिला परिषद की जो अध्यक्षा हैं उनके पति मुसलमान हैं. ऐसे में झारखंड में कुल 100 आदिवासी मुखिया है, जो आदिवासी के नाम पर है और उन सभी के पति मुसलमान हैं.


'267 बूथों पर 117 फीसद मुसलमानों की आबादी बढ़ी'


बीजेपी सांसद ने आगे कहा कि अभी हमारे यहां विधानसभा का चुनाव हुआ. जिसमें हर 5 साल में 15 से 17 फीसद जनसंख्या बढ़ती है. सांसद ने कहा कि मधुपुर विधानसभा में करीब 267 बूथों पर 117 फीसद मुसलमानों की आबादी बढ़ गई है. ऐसे में समझिए पूरे झारखंड में कम से कम 25 विधानसभा ऐसी है जहां 123 पर 110 पर आबादी बढ़ी है. यह एक बड़ा चिंता का विषय है.


'झारखंड पुलिस नहीं ले रही कोई एक्शन'


गोड्डा से बीजेपी के सांसद डॉ. निशिकांत दुबे ने कहा कि झारखंड के पाकुड़ जिले में तारानगर इलामी और डापाड़ा में दंगा हो गया. वो इसलिए हुआ कि बंगाल से ममता बनर्जी की पुलिस और वहां के लोग मालदा और मुर्शिदाबाद से आकर हमारे लोगों को भगा रहे हैं, जिससे हिंदुओं के गांव के गांव खाली हो रहे हैं. मगर, झारखंड की पुलिस कुछ नहीं कर रही है. ये काफी चिंता का विषय़ है. सांसद ने कहा कि अगर, मेरी एक बात गलत है तो मैं सदन से इस्तीफा देने को तैयार हूं.


'मुसलमानों की आबादी दिन प्रतिदिन बढ़ रही'


बीजेपी सांसद ने लोकसभा में कहा कि झारखंड हाई कोर्ट का अभी 22 जुलाई का ऑर्डर है. उसमें हाई कोर्ट ने कहा है कि मुसलमानों की आबादी दिन प्रतिदिन बढ़ रही है. ऐसे में वहां भारत सरकार को हस्तक्षेप करना चाहिए. मेरी मांग है कि जो किशनगंज अररिया, कटियार, मालदा, मुर्शिदाबाद और पूरा संथाल परगना है. इसको भारत सरकार यूनियन टेरिटरी बनाए. नहीं तो  हिंदू खाली हो जाएंगे.


साथ ही यहां पर एनआरसी लागू करिए और संसद की कमेटी भेजकर जांच करें. इसके अलावा लॉ कमीशन की रिपोर्ट है 235 में साल 2010 की उसको लागू करे कि धर्मांतरण और शादी के लिए परमिशन जरूरी है. 


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