अविश्वास प्रस्ताव पर बीजेपी सांसद बोले- 'सिर्फ संसद का समय खराब कर रहा विपक्ष' | जानें संसद में आगे क्या होगा
विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A. ने बुधवार (26 जुलाई) को केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया जिसको लोकसभा स्पीकर ने स्वीकार भी कर लिया.
Monsoon Session 2023: राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ वकील महेश जेठमलानी ने कहा कि विपक्षी पार्टियों के I.N.D.I.A. गठबंधन का अविश्वास प्रस्ताव महज संसद का समय खराब करने के लिए लाया गया है. महेश जेठमलानी ने अविश्वास प्रस्ताव को प्रासांगिक दिखने के लिए विपक्ष की हास्यास्पद रणनीति बताया.
महेश जेठमलानी ने ट्वीट में कहा कि मणिपुर पर होने वाली चर्चा की अपनी मुख्य मांग से बचने की कोशिश में विपक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव पेश किया. उन्होंने आगे कहा कि जैसा कि अक्सर बुरे हारे हुए लोगों के साथ होता है, जितना ज्यादा आप सिकुड़ते हैं, उतना ही नीचे गिरते हैं.
मणिपुर मामले में पीएम मोदी के बयान की मांग
विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A. ने बुधवार (26 जुलाई) को केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया. हालांकि, एनडीए के पास पर्याप्त संख्याबल है, लेकिन विपक्ष इसके सहारे संसद में पीएम नरेंद्र मोदी को मणिपुर पर बयान देने के लिए मजबूर करने की कोशिश कर रहा है. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने अविश्वास प्रस्ताव को मंजूर कर लिया और इस पर अगले हफ्ते चर्चा संभव है. गौरतलब है कि कांग्रेस ने विपक्षी गठबंधन और बीआरएस ने अलग से मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है.
अविश्वास प्रस्ताव पर अब तक क्या हुआ और आगे क्या होगा?
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ गुरुवार (27 जुलाई) को विपक्षी गठबंधन के सभी नेता मुलाकात करेंगे. कांग्रेस ने अपने सांसदों के लिए व्हिप जारी किया है. विपक्षी दलों के 'इंडिया' गठबंधन से जुड़े सभी सांसद मणिपुर पर प्रदर्शन के तौर पर आज संसद में काले कपड़े पहन कर आएंगे.
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि नियमों के मुताबिक, जब स्पीकर की ओर से अविश्वास प्रस्ताव मंजूर किया जाता है तो सभी कार्यवाही रोककर इस पर चर्चा होती है. मनीष तिवारी ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव के लिए संख्याबल नहीं नैतिकता जरूरी है. उन्होंने कहा कि जब लोकसभा में इस पर वोट करेगी, तब नैतिकता का टेस्ट होगा और ये हर सांसद के लिए अपनी जगह स्पष्ट करने का समय है.
उन्होंने गुरुवार को संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की मांग करते हुए कहा कि जब संसद में 100 या उससे ज्यादा सांसद प्रस्ताव के समर्थन में खड़े होते हैं तो संसद में और किसी भी चीज पर चर्चा नहीं होगी.
क्या बोले टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन?
तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि नियम 267 के अंतर्गत INDIA मणिपुर मामले पर तुरंत चर्चा की मांग कर रहा है. इससे पहले 2016 में नोटबंदी पर आपात चर्चा की गई थी और इसके बाद से किसी मुद्दे पर आपात चर्चा का नोटिस मंजूर नहीं किया गया. सोनिया गांधी ने बुधवार को आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह से मुलाकात की. संजय सिंह राज्यसभा से मानसून सत्र के लिए निलंबित किए जाने के बाद से धरने पर बैठे हुए हैं.
गिर चुके हैं लोकसभा के कई प्रस्ताव
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने गुरुवार (27 जुलाई) को अविश्वास प्रस्ताव को मंजूर किया. इससे पहले आए सभी अविश्वास प्रस्ताव अधर में लटक गए या गिर चुके हैं. 2018 में टीडीपी के सासद श्रीनिवास केसिनेनी की ओर से नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था. इस पर 11 घंटे चर्चा हुई और ये प्रस्ताव गिर गया. 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले अविश्वास प्रस्ताव लाना 26 विपक्षी दलों के गठबंधन का एक बड़ा कदम माना जा रहा है, जिसे सभी ने एक साथ लिया है.