नई दिल्ली: अपने बयानों को लेकर लगातार सवालों के घेरे में चल रहे बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा ने अब दिल्ली के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पर ही शाहीन बाग को राजनीतिक मुद्दा बनाने का आरोप लगाया है. प्रवेश वर्मा ने कहा कि बीजेपी तो लगातार विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ने की बात कर रही थी लेकिन दिल्ली के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री नहीं शाहीन बाग के साथ खड़े होने की बात कहकर इस को राजनीतिक मुद्दा बनाया है.


केजरीवाल खुद नहीं चाहते कि प्रदर्शनकारी हटें


प्रवेश वर्मा ने कहा की एबीपी न्यूज़ ने शाहीन बाग में पहुंचकर जो तस्वीर दिखाई उससे पता चलता है कि इस भीषण ठंड में 80 साल की महिलाएं वहां पर प्रदर्शन कर रही हैं. ऐसे में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की जिम्मेदारी थी कि वह जाकर उनसे बात करते हैं और उनको रास्ता खाली करने के लिए मनाते. प्रवेश वर्मा ने कहा कि जिस तरह से केजरीवाल ने शाहीन बाग के साथ खड़े होने की बात कही है प्रदर्शनकारी उनको भाईजान कह कर अपने गले लगाते हैं और उनकी बात मान सकते थे लेकिन केजरीवाल खुद ऐसा नहीं कर रहे.


विकास के दावों की पोल खुलने के बाद शाहीन बाग को बनाया मुद्दा


प्रवेश वर्मा ने कहा कि हम तो विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ रहे हैं. इसी वजह से केजरीवाल सरकार ने जो अच्छे स्कूलों की तस्वीर जनता के सामने पेश की थी उसी की पड़ताल करने के लिए हम अलग-अलग स्कूलों में भी गए थे और वहां जो तस्वीर सामने आई वह दिखाती है कि केजरीवाल सरकार जनता को गुमराह कर रही है. सरकारी स्कूलों की बिल्डिंग के खस्ताहाल से लेकर बुनियादी सुविधाओं तक का अभाव है और बच्चे ऐसे हालात पर पड़ने पर मजबूर हैं. प्रवेश वर्मा ने कहा कि हमने तो मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया से भी अपील की थी कि वह हमारे साथ चलें लेकिन वह हमारे साथ नहीं गए.


अपने बयानों को लेकर शर्मिंदा नहीं


इस सबके बीच प्रवेश वर्मा ने यह भी साफ कर दिया है कि चुनाव आयोग ने भले ही उनको स्टार कैंपेनर की लिस्ट से हटा दिया हो लेकिन वह अपने बयान को लेकर किसी भी तरह से शर्मिंदा नहीं है क्योंकि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं कहा.
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