BJP-TMC Clash: पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के मतुआ-बहुल ठाकुरनगर इलाके में रविवार (7 अप्रैल) रात जमकर बवाल मचा. दरअसल, केंद्रीय राज्य मंत्री और बोनगांव से बीजेपी के लोकसभा सांसद शांतनु ठाकुर और टीएमसी नेता ममता बाला ठाकुर के समर्थक एक घर के कंट्रोल को लेकर आमने-सामने आ गए. जिस घर को लेकर बवाल हुआ, वह 'बड़ो मां' के नाम से मशहूर मतुआ समुदाय की कुलमाता बीनापाणि देवी का था.


कुलमाता बीनापाणि देवी ने अपनी मौत के पांच साल पहले तक का समय इस घर में गुजारा है. टीएमसी ने आरोप लगाया कि शांतनु ठाकुर अपने समर्थकों के साथ आए और घर को अपने कब्जे में लेने का प्रयास किया, जबकि वहां पहले से ही ममता बाला रह रही हैं. वहीं, बीजेपी सांसद ने दावा किया कि टीएमसी नेता ने पूरी प्रॉपर्टी पर गैर-कानूनी तरीके से कब्जा किया हुआ है. बता दें कि शांतनु ठाकुर बीनापाणि देवी के पोते हैं, जबकि ममता बाला ठाकुर उनकी बहू हैं.


टीएमसी ने शेयर किया घर में घुसने का वीडियो


टीएमसी ने बीजेपी सांसद के घर में घुसने का वीडियो भी शेयर किया. पार्टी ने कहा, "बीजेपी की गुंडागर्दी अपने चरम पर है. बोनगांव से चौंकाने वाली तस्वीरें सामने आई हैं, जहां बीजेपी कार्यकर्ता और उनके नेता शांतनु ठाकुर अपने गुंडों के साथ धारदार हथियार लेकर हमारी राज्यसभा सांसद ममता ठाकुर के घर पर हिंसक हमले की प्लानिंग कर रहे हैं." वीडियो में देखा जा सकता है कि शांतनु ठाकुर और उनके समर्थक घर के दरवाजे को तोड़कर भीतर घुसने की कोशिश कर रहे हैं.






ममता ठाकुर अवैध रूप से घर में रह रहीं: शांतनु ठाकुर


शांतनु ठाकुर ने दावा किया कि संपत्ति के कानूनी दावेदारों में से एक होने के बावजूद ममता बाला ठाकुर ने अवैध रूप से पूरी संपत्ति पर कब्जा किया हुआ है. उन्होंने आरोप लगाया कि ममता ठाकुर यहां के एक हिस्से को टीएमसी पार्टी कार्यालय में बदल रही हैं. केंद्रीय मंत्री ने कहा, "मैं कानूनी उत्तराधिकारियों में से एक हूं और इस संपत्ति के आधे हिस्से पर मेरा पूरा अधिकार है, लेकिन ममता बाला ठाकुर ने इस पर अवैध तरीके से पूरा कब्जा कर लिया है."


घर में घुसने के लिए शांतनु के खिलाफ दर्ज करवाई शिकायत: ममता ठाकुर


पूर्व लोकसभा सांसद और वर्तमान राज्यसभा सदस्य ममता बाला ठाकुर ने बीजेपी नेता के आरोपों से इनकार किया और कहा कि उन्होंने इस घटना के बाद पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है. उन्होंने कहा, "शांतनु ठाकुर और उनके साथियों ने मेरे घर में घुसने की कोशिश की. मैंने इस मामले में गायघाटा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है. वे जबरन मेरे घर में घुस आए थे."


शांतनु ने 2019 में ममता ठाकुर को हराया


वहीं, 2019 लोकसभा चुनाव में शांतनु ठाकुर ने ममता बाला ठाकुर को हराया था. ममता ठाकुर मतुआ समुदाय की प्रभावशाली नेताओं में से एक हैं. उस समय सीएए और एनआरसी सबसे प्रमुख मुद्दों में से एक रहा था. वर्तमान में दोनों के बीच टकराव की वजह कुलमाता बीनापाणि देवी की विरासत को लेकर अपनी-अपनी दावेदारी ठोकना है.


बंगाल में मतुआ समुदाय की राजनीति


पश्चिम बंगाल में मतुआ समुदाय अनुसूचित जाति (एससी) के तहत आते हैं. विभाजन के बाद हिंदू शरणार्थी के तौर पर मतुआ समुदाय के लोग बांग्लादेश (तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान) से पश्चिम बंगाल में आ गए. अनुसूचित जाति की आबादी के लिहाज से बंगाल में दूसरे नंबर पर मतुआ समुदाय के लोग हैं. इस समुदाय के ज्यादातर लोग उत्तर और दक्षिण 24 परगना में रहते हैं. हालांकि, इनका प्रभाव नादिया, हावड़ा, कूच बिहार, उत्तर और दक्षिण दिनाजपुर और मालदा जैसे इलाकों में भी है. 


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