Uma Bharti opened front against her own government: मध्य प्रदेश की पूर्व सीएम और सांसद उमा भारती ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. दरअसल, मध्य प्रदेश सरकार की तीन दिन बाद आने वाली संभावित नई शराब नीति से पहले उमा भारती ने इसमें नियंत्रित शराब वितरण प्रणाली शामिल करने की मांग को लेकर यहां शराब की एक दुकान के सामने मंदिर में 31 जनवरी तक डेरा डाल लिया है.


पूर्ण शराबबंदी का समर्थन करने वालीं उमा भारती लंबे समय से नशामुक्ति को बढ़ावा देने के लिए मध्यप्रदेश की शराब नीति में बदलाव कर नियंत्रित शराब वितरण प्रणाली लागू करने की मांग कर रही हैं.


अयोध्या नगर तिराहे स्थित एक मंदिर में हैं उमा भारती


उमा भारती शनिवार दोपहर भोपाल के अयोध्या नगर तिराहे स्थित एक मंदिर पहुंचीं और घोषणा की कि वह 31 जनवरी को राज्य सरकार की नई शराब नीति के ऐलान के इंतजार में अगले तीन दिनों तक इसी मंदिर में रहेंगी और वहीं बैठकर इसको सुनेंगी.


मैं सीएम होती तो पूर्ण शराबबंदी लागू करती


उन्होंने कहा, ‘‘मैंने कभी नहीं कहा कि पूर्ण शराबबंदी होनी चाहिए. मैंने कहा था कि अगर यह मेरे नियंत्रण में रहता तो मैं पूर्ण शराबबंदी लागू करती. मुझे मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर पूरा भरोसा है. मैं 31 जनवरी को नई शराब नीति के बारे में फैसले का इंतजार करुंगी.’’


अगर यह कानून लाई पार्टी तो चुनाव में मिलेगा लाभ


उमा ने कहा कि वह नहीं चाहतीं कि उनके रुख से कांग्रेस को फायदा हो. उन्होंने कहा कि अगर भाजपा नीत प्रदेश सरकार नियंत्रित शराब वितरण प्रणाली लागू करती है तो भाजपा 2003 में प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव की तरह इस साल नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव में भी अपनी रिकॉर्ड जीत को दोहराएगी.


3 दिन पहले शिवराज सिंह चौहान ने कही थी ये बात


मालूम हो कि मुख्यमंत्री चौहान ने दो दिन पहले 74वें गणतंत्र दिवस पर जबलपुर के गैरिसन ग्राउंड पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा था, ‘‘हम नई शराब नीति लाने वाले हैं. उसमें नशे की आदत को हतोत्साहित करने का भरपूर प्रयास करेंगे.’’


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