'दुर्लभ बीमारी के लिए सहायता योजना से किसी मरीज को फायदा नहीं', स्वास्थ्य मंत्री से बोले BJP सांसद
बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया से सहायता राशि के तुरंत भुगतान की मंजूरी देने का आग्रह किया है.
Varun Gandhi on Health Ministry Scheme: बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने स्वास्थ्य मंत्रालय की सहायता योजना को लेकर सरकार पर हमला बोला है. वरुण गांधी (Varun Gandhi) ने शनिवार (7 जनवरी) को कहा कि दुर्लभ बीमारियों से पीड़ित मरीजों के लिए 50 लाख रुपये की सहायता का आश्वासन दिया गया था लेकिन स्वास्थ्य मंत्रालय की इस योजना (Health Ministry Scheme) से अब तक किसी भी मरीज को लाभ नहीं मिला है.
बीजेपी सांसद वरुण गांधी (BJP MP Varun Gandhi) ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया (Mansukh Mandaviya) से सहायता राशि के तुरंत भुगतान की मंजूरी देने का आग्रह किया है.
'इलाज के इंतजार में 10 बच्चों की मौत'
बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने ट्वीट किया, ''पिछले साल सरकार ने दुर्लभ बीमारी के प्रत्येक रोगी को 50 लाख रुपये की वित्तीय सहायता का आश्वासन दिया था. अभी तक एक भी मरीज को इस योजना का लाभ नहीं मिला है. इलाज के इंतजार में 10 बच्चों की मौत हो चुकी है. मैं स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया से अनुरोध करता हूं कि वो इस दिशा में तुरंत काम करें.''
Last year, the govt assured financial assistance of Rs 50 lakh to every rare disease patient.
— Varun Gandhi (@varungandhi80) January 7, 2023
So far, not a single patient has benefited from this scheme. 10 children have died waiting for treatment.
I request Shri @mansukhmandviya to act immediately by clearing these payments. pic.twitter.com/6IcpFuNft0
वरुण गांधी का स्वास्थ्य मंत्री को पत्र
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मांडविया को लिखे पत्र में बीजेपी सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) ने उल्लेख किया कि दुर्लभ बीमारियों से पीड़ित रोगियों के जीवन को बचाने के लिए 30 मार्च, 2021 को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से दुर्लभ बीमारियों के लिए राष्ट्रीय नीति, 2021 शुरू की गई थी. उन्होंने कहा कि मई 2022 में इसमें किए गए एक संशोधन के अनुसार दुर्लभ बीमारी के मरीजों के इलाज के लिए 50 लाख रुपये की वित्तीय सहायता का आश्वासन दिया गया था लेकिन घोषणा के कई महीनों के बाद एक भी मरीज इस योजना का लाभ नहीं ले सका है.
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